नई दिल्ली। एशिया कप के पहले मैच में भारतीय टीम यदि पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करने में कामयाब हो पाई तो उसके पीछे हार्दिक पांड्या(Hardik Pandya) और रवींद्र जडेजा का बहुत बड़ा योगदान था। दोनों ने 5वें विकेट के लिए 52 रन जोड़े लेकिन अंतिम मौके पर जब जडेजा टीम को बीच मझधार में छोड़कर आउट हो गए तो पांड्या ने मोर्चा संभालते हुए आखिरी ओवर में छक्का लगाकार जीत दिलाई। पांड्या ने 17 गेंदों पर 33 जबकि रवींद्र जडेजा ने 29 गेंदों पर 35 रन की पारी खेली। मैच के बाद दोनों ने खुलकर बात की और बताया कि हाईप्रेशर वाले इस मैच में उनके दिमाग में क्या चल रहा था जब वह बीच मैदान पर थे।
बीसीसीआइ ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें दोनों ने उस पार्टनरशिप और अपनी रणनीति को लेकर खुलकर बात की है। इस वीडियो के माध्यम से जडेजा ने बताया कि आखिर क्यों उनके बैटिंग ऑर्डर में बदलाव किया गया था। जडेजा के अनुसार वह स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ आक्रमक शॉट खेलने के उद्देश्य से उतरे थे। उन्होंने हार्दिक के साथ की गई साझेदारी को महत्वपूर्ण बताया।
हार्दिक का छलका दर्द
हार्दिक(Hardik Pandya) ने कहा कि ‘टीम इंडिया हमेशा अपने टॉप थ्री के कारण सफल होता रहा है लेकिन अब हमें भी मौके मिल रहे हैं और हम अच्छा कर पा रहे हैं। हार्दिक ने अपनी पुरानी यादें भी साझा कि जब उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ 2018 एशिया कप मैच के दौरान चोट के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा था। हार्दिक ने चोट के दौरान जिन लोगों ने उनकी सबसे ज्यादा मदद की उनको भी याद किया।’
आखिरी ओवर के प्रेशर को लेकर क्या बोले पांड्या
पांड्या(Hardik Pandya) से जब जडेजा ने सवाल किया कि आखिरी ओवर में जब मैं आउट हो गया तो आपके दिमाग में क्या चल रहा था? इस पर पांड्या ने कहा कि 7 रन मुझे ज्यादा बड़े नहीं लग रहे थे। उन्होंने कहा कि बाहर 5 फील्डर थे अगर 10 भी होते तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था। दिमाग में मेरे प्रेशर नहीं था। मेरे हिसाब से प्रेशर गेंदबाज के ऊपर था। मैं उसको काउंट कर रहा था कि वो एक गलती करे।