मेरठ। Fake marriage bureau: 10 हजार रुपये महीने की नौकरी करने वाली लड़कियां फर्जी मंगेतर होने का नाटक असली से भी बेहतर करती थीं। फर्जी परिवार भी रिश्तों की मर्यादा को सहज तरीके से निभाता था। रिश्ता लेकर आने वालों को असली-नकली की भनक तक नहीं लगती थी। उन्हें जब पता चलता था, तब तक ठगी हो जाती थी। फर्जी रिश्ते कराने का काम मेडिकल थाने के गोपाल प्लाजा में नीरज गर्ग और उनकी मैनेजर डिंपल करा रही थी।
10 लड़कियों सहित 15 गिरफ्तार
पुलिस की टीम ने विवाह पंजिका केंद्र में छापा मारकर 10 लड़कियां और पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान संचालक और मैनेजर फरार हो गए।ठगी का यह धंधा एक साल से चल रहा था। जनपद की अलग-अलग कालोनी की रहने वाली लड़कियों को 10 हजार की नौकरी पर रखा जाता था।
Fake marriage bureau: मिलती थी 15 दिन की ट्रेनिंग
मैनेजर डिंपल पहले लड़कियों और उनके परिवार की भूमिका निभाने वाले लोगों को 15 दिन की ट्रेनिंग देती थी। लड़कियों को मंगेतर से बात करने और रिश्ता लेकर आने वालों के सामने पेश होने का तरीका सिखाया जाता था। रिश्ता पक्का होने के बाद लड़के से शगुन की रकम भी ली जाती थी।
फर्जी डाक्टर और शिक्षिका भी बना दिया
लड़कियां अपने फर्जी फेसबुक पेज पर अलग अलग तरह के फोटो लगाती थीं। उनका स्टेटस पर भी डाक्टर और शिक्षिका का लिखा होता था। बड़े घरानों को फर्जी डाक्टर और इंजीनियर लड़कियों को दिखाया जाता था। उनकी डिग्री भी फर्जी तैयार करा ली जाती थी। बड़े परिवार रिश्ता होने के समय ही मोटी रकम खर्च कर देते थे। यहां हर रोज पांच से दस रिश्ते तय कराए जा रहे थे।
बात-बात में ठग लेती थी मोटी रकम
रिश्ता होने के बाद लड़कियों का मोबाइल नंबर आदान-प्रदान किया जाता था। इसके बाद लड़कियां बात-बात में मंगेतर से मोबाइल खराब होना या बीमारी बताकर रुपये अपने खाते में डलवा लेती थी। यह बैंक खाते भी लड़कियों के नाम से फर्जी खोले गए थे। मोटी रकम ठगने के बाद लड़कियां बात करना बंद कर देती थीं। इसके बाद दूसरा ग्राहक तलाशा जाता है। पूछताछ में सामने आया कि प्रत्येक लड़की अभी तक 25 से 30 युवकों से ठगी कर चुकी है। पुलिस को मौके से मिले लैपटाप से भी काफी लड़कों के नाम मिले है, जो ठगी के शिकार हो चुके हैं। दरअसल, रजिस्टेशन के नाम पर भी साढ़े आठ हजार की रकम विवाह केंद्र वाले सबसे पहले वसूलते है।
Fake marriage bureau: इनसे हो चुकी शादी के नाम पर ठगी
अमित शर्मा निवासी परम नगर करावल नगर दिल्ली, मनोज श्रीवास्तव निवासी जगदीश नगर शाहदरा दिल्ली, लवकेश गुप्ता निवासी राया जिला मथुरा और बहराइच के रहने वाले शिक्षक उमा शंकर त्रिपाठी की तरफ से ठगने की शिकायत पुलिस को दी गई है।
इनका कहना है
फर्जी मैरिज ब्यूरो खोलकर ठगी करने वाले गैंग को पकड़कर मुकदमा दर्ज कर लिया है। केंद्र में लड़कियों को 10-10 हजार रुपये महीने के वेतन पर रखकर उनका फर्जी रिश्ता कराया जाता था। रजिस्ट्रेशन के नाम पर केंद्र संचालक रकम वसूलते थे। लड़कियां भी बातचीत कर अपने खाते में रकम डलवा लेती थीं। केंद्र के संचालक और मैनेजर की धरपकड़ को टीम लगा दी गई है।
– रोहित सजवाण, एसएसपी, मेरठ