सिरसा।(सतीश बंसल) किसान किसान महापंचायत के बाद सिरसा पक्के किसान मोर्चे की जिला प्रशासन से साथ दूसरे दौर की मीटिंग हुई। जिसमें मोर्चे के एजेंडे की सभी मांगों और समस्याओं पर अतिरिक्त उपायुक्त की अगुवाई में रिवेन्यू विभाग, काढ़ा विभाग, कृषि, पैंशन, खाद्य पूर्ति, बिजली विभाग, नहरी विभाग, पुलिस विभाग आदि के अधिकारियों के साथ वार्तालाप हुई। मीटिंग का सबसे पहला एजेंडा खरीफ -2020 का बकाया मुआवजा रहा, जिसके स्पष्टीकरण के लिए उच्च अधिकारियों ने कल शाम तक का समय मांगा। भारतीय किसान बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने जिला प्रशासन के सामने एक-एक करके सभी विभागों से संबंधित अधिकारियों के सामने किसानों की समस्याओं और मागों को रखा। किसानों की समस्याओं और मांगों के साथ बीपीएल परिवारों के राशन कार्ड कटने, और बुजुर्गों को पैंशन निकलवाते समय आ रही समस्याओं पर भी जोर दिया। (Administrative Officials)
जिला प्रशासन ने स्थानीय मुद्दों को जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया, जबकि हरियाणा लेवल के मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने की बात कही। बीमा कम्पनी द्वारा खरीफ -2022 के जिन (CSC सेंटरों वाले) किसानों का प्रिमियम वापिस हुआ है। उसको दोबारा से भरने की अंतिम तिथि 8 जनवरी रखी गई है, जिसके लिए बीमा कम्पनी के अधिकारियों ने किसानों से अपील की कि वे कल तक अपने दस्तावेज जमा करवाएं। बेशक जिला प्रशासन की ओर से किसानों की कई स्थानीय मांगों को जायज ठहराते हुए उनका हर सम्भव समाधान निकालने की बात कही, परंतु किसानों का बकाया मुआवजे का मुद्दा अभी ज्यों का त्यों बना हुआ है। इस मीटिंग में धरना कमेटी की ओर से बीकेई प्रधान लखविंद्र सिंह औलख के साथ मीडिया प्रभारी गुरलाल भंगू, प्रकाश ममेरा, राजू रघुआना, गुरदीप सिंह मल्लेवाला, दारा सिंह, भरत सिंह, विनोद कुमार, काका सिंह, नथा सिंह झोरड़ रोही, धर्मवीर डिंगमण्डी, सुभाष कुमार, जगदीश गुडियाखेड़ा, भीमसैन खारिया सहित अन्य किसानों ने हिस्सा लिया। (Administrative Officials)
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