सिरसा। (सतीश बंसल) उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि पिछले (Populated Areas) कुछ दिनों से पानी डेंजर लेवल के ऊपर बह रहा है, जहां भी लीकेज की सूचना मिलती है वहां पर प्रशासनिक टीमें पहुंच कर स्थिति संभाल रही है, इस समय जिला में स्थिति नियंत्रण में है। बुधवार को रत्ताखेड़ा माइनर व रंगोई नाले में तटबंध टूटने की सूचना मिली, जिस पर तत्परता से कार्यवाही करते हुए पानी के बहाव को रोकने के लिए प्रशासन की टीमों द्वारा आमजन के सहयोग से काम किया जा रहा है। दोनों स्थानों पर पानी का बहाव खेतों में हो रहा है।
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प्रशासन का फोकस है कि सभी तटबंधों को मजबूत रखा जाए ताकि पानी आबादी क्षेत्रों में न जाए। उपायुक्त पार्थ गुप्ता बुधवार को अपने कैंप कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त ने बताया कि पंजाब के सरदूलगढ में पिछले कुछ दिनों से पानी की स्थिति स्थिर बनी हुई है, इस समय वहां पर 53 से 54 हजार क्युसेक पानी का फ्लो चल रहा है तथा सरदुलगढ के उपर की और पानी का स्तर कम हो रहा है। वहीं डाउन स्ट्रीम में राजस्थान साइफल में पानी 22 हजार क्यूसेक हो गया है। कुछ स्थानों पर जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है।
इस समय जिला प्रशासन का फोकस घग्घर नदी के तटबंधों की मजबूती, रेस्क्यू व रिलीफ पर है ताकि आबादी क्षेत्रों को किसी प्रकार का नुकसान न हो। सिविल सर्जन व पशुपालन विभाग के अधिकारियों को एडवांस में अपनी तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि संभावित किसी भी स्थिति में निपटा जा सके। (Populated Areas) दवाइयों की किट बनवाई जा रही है रही है ताकि मौके पर वितरित की जा सके। इसके अलावा पीएचसी व सीएचसी स्तर पर भी दवाइयों का स्टॉक पूरा करने के निर्देश जारी किए गए हैं। यदि पशुओं में भी कोई बीमारी फैलने की संभावना है तो उसके लिए भी पशुपालन विभाग को निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि गांव की किसी भी आबादी क्षेत्र में पानी नहीं गया है।
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जिला के ग्रामीण व शहरी आबादी क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा पंजाब की ओर से गांव थिराज की कुछ ढाणियों में पानी गया है। वहां पर एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर बच्चों सहित 48 लोगों को रेस्क्यू किया। इस समय जिला में दो एनडीआरएफ की टुकड़ी भेजी गई है और जहां पर भी जरूरत होती है वे तुरंत अपनी किश्ती व अन्य उपकरणों के साथ मौके पर पहुंच कर लोगों को रेस्क्यू करने का काम कर रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि अबतक किसी भी गांव के आबादी क्षेत्र में पानी नहीं गया है।
यदि आबादी इलाके में पानी जाता है तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए विभिन्न स्थानों पर सेफ हाउस बनाने के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं। इसके अलावा भोजन व अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं से भी संपर्क किया गया है और वे बढचढ कर सहयोग कर रही हैं। (Populated Areas) जिन स्थानों पर पेयजल की समस्या है वहां पर जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि घग्घर नदी के तटबंधों के नजदीक के 49 गांवों में सभी स्कूलों को आगामी 22 जुलाई तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।