लखनऊ। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व राज्यसभा सदस्य KD सिंह व उनके बेटे करणदीप सिंह सहित कुल नौ लोगों के खिलाफ उनकी चिट फंड कंपनियों में निवेश पर 10 गुणा अधिक तक रिटर्न देने की पेशकश कर धोखाधड़ी के आरोप में एफआइआर दर्ज कर ली है। सीबीआइ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, बिहार, पंजाब सहित सात राज्यों में आरोपितों के करीब 12 स्थानों पर छापेमारी कर जरूरी दस्तावेज बरामद किए हैं।
सीबीआइ ने लखनऊ में एंटी करप्शन ब्यूरो में उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध पर KD सिंह व उनके बेटे की कंपनियों अल्केमिस्ट इंफ्रा रियलिटी लिमिटेड और अल्केमिस्ट टाउनशिप लिमिटेड में करीब 100 करोड़ रुपये के निवेश की धोखाधड़ी कर लोगों को ठगने का मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में आजमगढ़ पुलिस 21 सितंबर 2021 को पहले ही एफआइआर दर्ज कर चुकी है।
सीबीआइ ने आजमगढ़ पुलिस से मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। इसमें आजमगढ़ निवासी विजय कुमार चौहान की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि KD सिंह की कंपनियों में उसके और अन्य द्वारा निवेश किए गए धन में धोखाधड़ी और हेराफेरी की गई है।
उनका आरोप है कि उनसे छह साल में दोगुना, नौ साल में तीन गुना और 16 साल की अवधि में निवेश 10 गुना करने के झूठे वादे किए गए थे। निवेशकों को उनका पैसा भी वापस नहीं मिला है। प्रदेश सरकार ने इस मामले में केंद्र सरकार से सितंबर 2021 में ही सीबीआइ जांच की मांग की थी।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने इस मामले को इस साल 28 जून को सीबीआइ को सौंप दिया था। अब सीबीआइ ने लखनऊ में एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीबीआइ ने केडी सिंह, उनके बेटे करणदीप सिंह, सतेंद्र सिंह, वीएम महाजन, सीएम जौली, कृष्णा कबीर, सुचेता खेमकर, चंद्रशेखर चौहान और सुशील कुमार राय के खिलाफ आजमगढ़ पुलिस की प्राथमिकी फिर से दर्ज की है।