सिरसा। अखिल भारतीय किसान सभा का तीन दिवसीय 30वां राष्ट्रीय (Rastriya) सम्मेलन नागापट्टनम (तामिलनाडु) में आयोजित किया गया, जिसमें 22 राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का आगाज वरिष्ठ किसान नेता तारा सिंह सिद्धू द्वारा ध्वजारोहण उपरान्त किया गया। 22 राज्यों से 635 प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया। हरियाणा राज्य से 12 किसान प्रतिनिधि साथियों, जिसमें सिरसा से चार किसानों डा. सुखदेव सिंह जम्मू, इकबाल सिंह, भजनलाल, छिंद्रपाल ने भाग लिया। डा. सुखदेव सिंह जम्मू ने बताया कि राष्ट्रीय सम्मेलन (Rastriya)
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में देशभर से आए किसान नेताओं ने मिलकर विचार किया कि किसानों की समस्याओं को लेकर जारी आंदोलन को किस प्रकार आगे बढ़ाया जाए, ताकि किसानों को उनका बनता हक दिलाया जा सके। उन्होंने बताया कि सरकार लंबे समय से किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन को लेकर संजीदगी नहीं दिखा रही और आंदोलन को अपने लठतंत्र व तानाशाही रवैये से दबाना चाहती है, लेकिन देश का किसान अब जागरूक हो चुका है और सरकार को उसी की भाषा में जवाब देने को आतुर है। डा. जम्मू ने कहा कि किसान अपना बनता हक सरकार से मांग रहा है न कि कोई भीख। अगर सरकार का रवैया यही रहा तो किसान को मजबूरन बड़े आंदोलन के लिए तैयारी करनी पड़ेगी, जिसकी जिम्मेवार सरकार होगी। (Rastriya)
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