इस वर्ष 7 अप्रैल 2023 को गुड फ्राइडे मनाया गया। (Christian Community) इस दिन को ईसाई समुदाय के लोग काले दिवस के रूप में मनाते हैं। गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहा जाता है। ईसाई धर्म के लोग प्रभू यीशू की याद में ये पर्व मनाते हैं। आइए आपको बताते है इस दिन की क्या मान्यता है इसके लिए हमने चंडीगढ़, 18-sector के चर्च फादर राजीव मसीहा से बात की तो उन्होंने हमें बताया कि यह प्रभु यीशु मसीह की याद में बनाया गया है|
उन्होंने इंसानियत को जीवित रखने के लिए अपना बलिदान दे दिया फादर साहब ने यह भी बताया कि जिन्होंने प्रभु यीशु मसीह को यातनाएं दी प्रभु यीशु मसीह ने उनको माफ भी किया और तीसरे दिन प्रभु Easter वाले दिन जीवित भी हो उठे प्रभु यीशु मसीह ने हमें जात पात से ऊपर उठकर मानव जाति की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया|
गुड फ्राइडे को होली डे, ब्लैक फ्राइडे और ग्रेट फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है। बाईबल (The Bible) के अनुसार मानव जाति के कल्याण के लिए इस दिन ईसासियों के प्रभू और प्रेम, ज्ञान और अहिंसा का संदेश देने वाले ईसा मसीह को यहूदी शासकों ने शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी और (Christian Community) फिर सूली पर चढ़ा दिया, उस दिन शुक्रवार था। इसलिए इस शुक्रवार को ईसाई धर्म के लोग ‘गुड फ्राइडे’ के रूप में मनाते हैं।
कहते हैं प्रभू यीशू को जिस जगह क्रॉस पर चढ़ाया गया था, उसका नाम गोलगोथा है। ये भी कहा जाता है कि सूली पर चढ़ाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह दोबारा से जीवित हो गए थे और उस दिन रविवार था। ऐसे में पूरी दुनिया में उसे ईस्टर संडे के रूप में मनाया जाता है।
ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह ने अपना पूरा जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित कर दिया, इसलिए उन्हें शांति दूत, प्रेम और मानवता का मसीहा भी कहा जाता था। (Christian Community) उन्होंने हमेशा लोगों को बुरे कर्म छोड़कर अच्छे कर्मों को अपनाने की प्रेरणा दी, जिसके चलते उनकी लोकप्रियता लोगों के बीच बढ़ती चली गई। प्रभु यीशु की यह लोकप्रियता अंधविश्वास और झूठ फैलाने वाले धार्मिक कट्टरपंथियों को रास नहीं आई।
उन्होंने ईसा मसीह के खिलाफ रोम के शासक को भड़का दिया, जिसके बाद यहूदी शासकों ने उन्हें तरह-तरह की शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी, फिर सूली पर चढ़ा दिया। जिस दिन प्रभु यीशु को सूली पर लटकाया गया था वो शुक्रवार का दिन था, इसलिए इस दिन ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे मनाते हैं, जिसे होली फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे या ब्लैक फ्राइडे भी कहा जाता है।
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गुड फ्राइडे से 40 दिन पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती है। ईसाई धर्म के लोग 40 दिन तक उपवास रखते हैं वहीं कुछ लोग सिर्फ शुक्रवार को उपवास रखते हैं, इसे लेंट कहा जाता है। (Christian Community) गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के अनुयायी चर्च और घरों में सजावट की वस्तुएं कपड़े से ढक देते हैं। चर्च में काले कपड़े पहनकर शोक जताया जाता है, प्रभू यीशु से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। ईसा मसीह के अंतिम सात वाक्यों की विशेष व्याख्या की जाती है।
गुड फाइडे के दिन न करें ये काम
ईसाई धर्म के त्योहार में घंटियों का विशेष महत्व है, ये खुशी के अवसर पर घंटी बजाकर त्योहार मनाते हैं लेकिन चूँकि गुड फ्राइडे प्रशू यीशु के बलिदान दिवस के तौर पर याद किया जाता है। (Christian Community) ये प्रायश्चित्त और प्रार्थना का दिन है इसलिए इस दिन चर्च में घंटियां नहीं बजाई जातीं।