चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि कोई भी व्यक्ति इन सर्टिफिकेट (gradation certificate) को देखकर गड़बड़ी की स्थिति में शिकायत कर सकेगा। आरोप साबित होने पर न सिर्फ नौकरी जाएगी, अपितु संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट (gradation certificate) से नौकरी लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाहर होंगे। खेल कोटे से ग्रुप-डी में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार नौकरी लेने की शिकायतों पर खेल विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है। न केवल भर्ती हो चुके कर्मचारियों, बल्कि खेल कोटे से नौकरी मांग रहे सभी युवाओं के खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट खेल विभाग की वेबसाइट पर सार्वजनिक किए जाएंगे।
फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट (gradation certificate) से नौकरी लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाहर होंगे। खेल कोटे से ग्रुप-डी में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार नौकरी लेने की शिकायतों पर खेल विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है। न केवल भर्ती हो चुके कर्मचारियों, बल्कि खेल कोटे से नौकरी मांग रहे सभी युवाओं के खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट खेल विभाग की वेबसाइट पर सार्वजनिक किए जाएंगे।
यह पढ़ें – क्या आप एक फिल्म कलाकार बनना चाहते है ? Want to join Film Industry ?
नई खेल ग्रेडेशन नीति के तहत ग्रेडेशन सर्टिफिकेट पूरी पारदर्शिता के आधार पर जारी किए जाएंगे। इससे फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा। साथ ही खेल कोटे से योग्यता रखने वालों को नौकरी मिलने का रास्ता साफ होगा। खेल विभाग ने नई खेल ग्रेडेशन नीति के तहत तकरीबन 455 संभावित खेल नर्सरियों को सूचीबद्ध किया है। इस सूची में 170 सरकारी विद्यालयों, 157 निजी शिक्षण संस्थानों, 81 निजी खेल प्रशिक्षण केंद्र व 47 राजीव गांधी ग्रामीण खेल परिसर शामिल हैं।
चंडीगढ़ के स्कूल से लापता हुई छात्रा, पिता ने बता दिया कि कौन ले गया है??
खेल विभाग ने 455 संभावित खेल नर्सरियों को किया सूचीबद्ध
ग्रुप-डी की भर्ती में हुए ग्रेडेशन सर्टिफिकेट फर्जीवाड़े की शिकायतों की विजिलेंस जांच रही है। जांच रिपोर्ट में असलियत सामने आएगी कि कितने खिलाड़ियों ने फर्जी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी पाई है। बहरहाल, विजिलेंस जांच रिपोर्ट से पहले खेल विभाग ने ग्रेडेशन सर्टिफिकेट में हो रहे फर्जीवाड़े पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इसे आनलाइन करने का फैसला लिया है।