पंचकूला, 19 जनवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की (Control) अध्यक्षता में आज चंडीगढ़ में 54वीं हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश की 1100 करोड़ रुपये लागत की 528 बाढ़ नियंत्रण योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें पंचकूला जिला की लगभग साढे 5 करोड़ रूपए लागत की 13 नई बाढ़ नियंत्रण योजनायें भी शामिल है। उपायुक्त महावीर कौशिक ने पंचकूला लघु सचिवालय के सभागार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया और जिला की विभिन्न बाढ़ नियंत्रण योजनाओ की विस्तार से जानकारी दी।
बैठक के बाद उपायुक्त ने बताया कि जिला पंचकूला में वर्ष 2023-24 के लिये पंचकूला व कालका विधानसभा क्षेत्र के गांव आंबवाला, मढांवाला, खेड़ा सीताराम, सूरजपुर, (Control) गोरखनाथ, रामपुर, दमदमा, बटवाल, डंडारडू, बूंगा-टिब्बी, भरौली-कंडाईवाला, बीड़ घग्गर, गांव नानकपुर तथा सेक्टर 31 लिए लगभग साढे 5 करोड़ रूपए की 13 नई बाढ़ नियंत्रण योजनायें स्वीकृत की गई है।
उन्होंने बताया कि गांववासियों को मानसून के दौरान बाढ जैसी स्थिति का सामना ना करना पड़े, इसलिये इस वर्ष मानसून के बाद सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा जिला (Control) के गांवों में बरसात से हुये नुक्सान का आंकलन करने के पश्चात कालका विधानसभा क्षेत्र की 8 तथा पंचकूला विधानसभा क्षेत्र की 5 योजनाओं सहित कुल 13 नई बाढ़ नियंत्रण योजनाओं का प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिये भेजा गया था।
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उन्होंने बताया कि इन योजनाओं की आवश्यकता और व्यवहारिकता को देखते हुये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में इन्हें स्वीकृति प्रदान की गई है। अब इन योजनाओं के स्वीकृत होने के पश्चात सिंचाई एवं (Control) जल संसाधन विभाग द्वारा इन कामों के लिये राशि जारी कर दी जायेगी। विभाग द्वारा इन सभी कार्यों को मानसून से पूर्व पूरा किया जाना है। इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला ममता शर्मा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग पंचकूला के कार्यकारी अभिंयता अनुराग गोयल भी उपस्थित थे।