उपायुक्त एवं जिला आपदा व प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन आरके सिंह ने कहा कि आगामी दिनों में गर्मी (Heat) व लू के मौसम के मद्देनजर सभी संबंधित विभाग जनजीवन की सुरक्षा व उन्हें हीट वेव से बचाने के लिए पूरी तैयारियां व प्रबंध सुनिश्चित करें। साथ ही गर्मी में सभी गांवों व शहरी क्षेत्रों में जलापूर्ति व बिजली आपूर्ति निर्धारित शेड्यूल अनुसार की जाए तथा कहीं पर जलापूर्ति व बिजली आपूर्ति बाधित न रहे। उपायुक्त ने जिलावासियों का आह्वान किया कि गर्मी से निजात दिलाने में जल अति महत्वपूर्ण है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति किसी भी रूप से जल को व्यर्थ न बहाएं।ये भी पड़े– जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों (Artists) द्वारा गीतों के माध्यम से मतदान करने का दिया संदेश
उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जोखिम भरे क्षेत्रों की पहचान करें। सभी सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौक, बाजार, अस्पताल, पब्लिक डीलिंग से संबंधित कार्यालयों में नगर परिषद, नगर पालिका, विकास एवं पंचायत विभाग के सहयोग से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करे। मुख्य रूप से पानी की कमी वाले जोखिम वाले क्षेत्रों में पीने के पानी की आपूर्ति की जाए। जलापूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी रखी जाए तथा स्लम आदि एरिया में टैंक आदि से पानी पहुंचाया जाए।
उपायुक्त ने कहा कि सभी संबंधित विभाग निर्देशों की अनुपालना प्रभावी तरीके से सुनिश्चित करें। मुख्य चौराहों, बस क्यू शैल्टर, स्कूल-कॉलेजों, अस्पतालों, बस अड्डे, अनाज मंडियों, स्टेडियम, व्यायामशालाओं, चौपालों आदि स्थानों पर पानी व प्याऊ आदि की उचित व्यवस्था की जाए। विकास एवं पंचायती विभाग द्वारा सभी गांवों में महत्वपूर्ण स्थानों पर पीने के पानी के लिए प्याऊ लगवाई जाएं। पीएचसी व सीएचसी पर पर्याप्त मात्रा में राहत स्वरूप दवाइयां व ओआरएस उपलब्ध रहने चाहिएं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए संबंधित एसडीएम नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने गर्मी में आगजनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के मद्देनजर फायर बिग्रेड की गाडिय़ां तैयार रहें तथा कुछ गाडिय़ों को जिला में अलग-अलग स्थानों पर पहले से ही लोकेट किया जाए। (Heat)
उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रबी द्वारा फसल अवशेष न जलाने, पक्की फसलों को आगजनी जैसी घटनाओं से बचाने के लिए किसानों को जागरूक करें। वन एवं पर्यावरण विभाग आरक्षित व संरक्षित वनों में पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता सुनिश्चित करे, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने व वन्यजीवों के लिए पीने के पानी जैसे तालाबों/जल निकायों की व्यवस्था सुनिश्चित करे। आरक्षित वनों में जल की कमी का सामना कर रहे मानव आवासों में जल की व्यवस्था करने सहित अधिक से अधिक पौधारोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं व अन्य विभागों के मनरेगा व अन्य श्रमिकों को अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए उनके काम के घंटों को पुनर्निर्धारित किए जाए। कार्य स्थलों पर पानी के कियोस्क, नलकूप, टैंकरों का प्रावधान हो।
उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सभी स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस, तरल पदार्थ, जीवन रक्षक दवाओं व आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सभी सीएचसी/पीएचसी में बर्फ व ठंडे पानी का प्रावधान हो। सभी एंबुलेंस चालू हालत में रखें। बिजली कटौती के दौरान पावर बैकअप का प्रावधान हो। स्वास्थ्य विभाग रेफरल ट्रांसपोर्ट व आपदा सेवाओं के लिए कंट्रोल रूम के नंबर हमेशा चालू हालत में रखें। (Heat)