कालत। बलूचिस्तान स्थित श्मशान घाट में हिंदू महिला (Hindu Womans) का दाह संस्कार किया गया। इसके बाद अवशेषों को हिंदू रिवाज के अनुसार प्रवाहित किया जाना चाहिए, लेकिन वहां अज्ञात लोगों ने छेड़खानी की। इसे लेकर हिंदू समुदाय में क्रोध व नाराजगी है। समुदाय के हजारों लोगों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया।
बलूचिस्तान के कालत शहर (Kalat town) में हजारों लोगों ने रैली निकाल विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल यहां के श्मशान घाट पर एक हिंदू महिला की अंत्येष्टी की गई थी जिसके बाद अवशेष के साथ छेड़छाड़ की गई। समुदाय के व्यापारियों ने विरोध जताया और इस क्रम में अपनी दुकानें बंद कर दीं। सभी शाही बाजार एरिया में जमा हो गए और विरोध किया। इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई महाराज घनशाम (Mahraj Ghansham), दीवान हरि चंद (Dewan Hari Chaand) और डा. ननद लाल (Nanad Lal) ने की। हिंदू समुदाय के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए राजनीतिक पार्टियां भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गईं।
समुदाय की भावनाएं आहत
प्रदर्शन के दौरान स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए गए। समुदाय के नेताओं ने रैली के दौरान घटना की कड़ी निंदा की। इन्होंने दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि इससे पूरे समुदाय की भावनाएं आहत हुईं हैं। हाफिज कासिम लहरी (Hafiz Qasim Lehri), मौलाना अतिकुर रहमान ( Maulana Atiqur Rehman), हाजी अजीज ने भी इस मौके पर बात की और हिंदू समुदाय की मांगों का समर्थन किया।
समुदाय के प्रतिनिधि ने दिया बयान- (Hindu Womans)
हिंदू समुदाय के एक प्रतिनिधि ने बताया कि हाल में ही महिला की मौत हुई थी। इसके बाद उनके रिश्तेदारों ने श्मशान घाट पर दाह संस्कार किया था। इसके अवशेष अब तक वहीं थे, जिसे बीती रात कुछ अज्ञात लोगों ने जला दिया। डान में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिनिधि ने आरोप लगाया कि इन अवशेषों का अपमान किया गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले श्मशान घाट का गेट भी चोरी हो गया था। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से शिकायत की थी। हालांकि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आगे बताया कि इसके लिए उन्होंने प्रदर्शन किया था। इसके बाद स्थानीय प्रशासन की ओर से एक्शन लिया गया था। यदि इस मामले में भी दोषियों को नहीं पकड़ा गया तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।