गोरखपुर। सपा नेता कपिलमुनि यादव समेत पांच बदमाशों की पुलिस ने हिस्ट्रीशीट खोली है। संयुक्त निदेशक अभियोजन और वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी ने कपिलमुनि ने गैंगस्टर की कार्रवाई करने के लिए भेजी गई फाइल पर आपत्ति लगा दी थी। रुपये के लिए बदमाश को बचाने का वीडियो वायरल होने पर शासन के निर्देश पर दोनों अधिकारियों के खिलाफ कैंट थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज हुआ।
रामगढ़ताल, शाहपुर और खोराबार पुलिस ने की कार्रवाई
रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के कजाकपुर निवासी दीपक यादव ने 14 जून की रात कैंट थाने पहुंचकर तहरीर दी। थानेदार को उसने बताया कि सपा नेता कपिलमुनि ने 2016 में उसके भाई संजय यादव की हत्या करा दी। आरोपित व उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है, जो न्यायालय में विचाराधीन है। मुकदमे में सुलह करने का दबाव बनाया जा रहा है। बात न मानने पर पूरे परिवार धमकी मिल रही है। अधिकारियों से शिकायत करने पर रामगढ़ताल पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के साथ ही आरोपितों पर गैंगस्टर की कार्रवाई शुरु की।
दो बार पहले भी जा चुकी थी फाइल
कपिलमुनि के साथ ही उसके साथियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के लिए दो बार फाइल प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन अशोक वर्मा व ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय के पास पहुंची लेकिन आरोपितों के प्रभाव में आपत्ति लगाते हुए उन्होंने फाइल लौटा दी। वह बात करने गया तो गैंगस्टर की कार्रवाई अनुमति देने के लिए रुपये मांगने लगे।
एसएसपी ने दिया था हिस्ट्रीशीट खोलने का आदेश
बदमाश को बचाने की बात सामने आने पर तत्कालीन एसएसपी डा. विपिन ताडा ने कपिलमुनि की हिस्ट्रीशीट खोलने का आदेश दिया था। जिसके क्रम में रामगढ़ताल थाना पुलिस ने कजाकपुर निवासी कपिलमुनि यादव, कांशीराम आवास में रहने वाले विनय उर्फ प्रिंस दुबे, शाहपुर थाना पुलिस ने घोषीपुरवा निवासी अजय कुमार गुप्ता, खोराबार थाना पुलिस ने जंगल केवटालिया निवासी वीर बहादुर निषाद और मोनू कुमार निषाद की हिस्ट्रीशीट खोली है।