बांदा। यूपी-एमपी सीमवर्ती गांव में रहने वाली पत्नी को मेला से अगवा करने के बाद केन नदी में फेंककर पति फरार हो गया। पुल से नदी में किसी को गिरता देखकर नाव से पहुंचे मछुआरों ने उसकी जान बचाई। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद होश में आई युवती ने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। वहीं घटना यूपी-एमपी सीमा के बीच होने के कारण पुलिस में सीमा विवाद जारी है।
सीमावर्ती मध्य प्रदेश के ग्राम सरबई में रहने वाली 22 वर्षीय गुड़िया की शादी बांदा के मोहल्ला खूंटी चौराहा निवासी मनोज से वर्ष 2018 में हुई थी। शादी के कुछ माह बाद से दोनों में अनबन शुरू हो गई थी और गुड़िया अपने मायके चली गईथी। इसके बाद उसने दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था, जो न्यायालय में विचाराधीन है। युवती का मायके सरबई में रह रही है।
गुड़िया ने पुलिस को बताया कि रविवार को वह घर से मेला देखने के लिए निकली थी। इस बीच रास्ते में मिले पति मनोज ने दो साथियों की मदद से उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश करने के बाद कार में बिठाकर अपहरण कर लिया।
होश आने पर उसने खुद को कार में रामपुर पुल के ऊपर खड़ा पाया। कार में मौजूद पति ने न्यायालय में चल रहे मामले को समाप्त कराने के लिए हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया। उसने मना किया तो पति ने उसे पुल से केन नदी में फेंक दिया।
पुल से किसी को गिरता देखकर नदी में मछली पकड़ने के लिए नाव से घूम रहे मछुआरे पहुंच गए और उसे पानी से बाहर निकालकर किनारे पर लाये। गुड़िया को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूपी-एमपी के बार्डर में घटना होने से गोयरा मध्यप्रदेश व यूपी के गिरवां थाना पुलिस के बीच मामला दर्ज करने को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है।
गिरवां थाने में सूचना देने पर उन्होंने एमपी के गोयरा थाना क्षेत्र में घटना होना बताया, जबकि गोयरा थाने जाने पर वहां से यूपी गिरवां में घटना होना कहकर रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। घटना को लेकर पति मनोज का कहना है कि पत्नी खुद पुल से नदी में कूदी है। उसे फंसाने के लिए आरोप लगा रही है। गिरवां थाना प्रभारी ओमशंकर शुक्ला ने बताया कि रामपुर पुल एमपी में है, घटना एमपी की है। जानकारी मिलने पर उन्होंने ने मदद के लिए युवती को सीएचसी में भर्ती करवाया है।