Kanpur : कानपूर के बिधनू थाना क्षेत्र के खदेसर गांव में एक वृद्ध की हत्या करने के बाद हत्यारे शव को फ्रीजर में छिपाकर फरार हो गये, घर के अंदर खून के छींटे मिले हैं, जबकि शव किराना दुकान के फ्रीजर में मिला है। वहीं घर से कीमती सामान भी गायब है, परिजनों ने एक महिला पर शक जताया है.(Shopkeeper) ASP बृजेंद्र द्विवेदी, एसपी (SP) बाहरी तेज स्वरूप सिंह मौके पर पहुंच गए हैं और फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है. पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। 58 वर्षीय कुबेर सिंह कछवाहा 15 साल पहले बिधनू के खदेसर गांव में अकेले रहते थे, जब उनकी पत्नी सुनीता ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद वह बेटी रेखा के साथ गांव से कानपुर के काकादेव में किराए पर रहने लगा। आठ साल पहले उसने अपनी बेटी की शादी आगरा में की थी। इसके बाद करीब पांच साल पहले वह दोबारा गांव आ गया और रहने लगा। यहां वह घर के पास ही किराना दुकान चलाकर जीविकोपार्जन कर रहा था।
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घर में मिला खून और डीप फ्रीजर में छिपाया था शव:
आगरा में रहने वाली बेटी रेखा गुरुवार से ही अपने पिता को फोन कर रही थी लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रहा था. अनहोनी की आशंका पर उसने रानियां में रहकर फैक्ट्री में काम करने वाले अपने मौसेरे भाई सुरेश को फोन कर पिता की देखभाल के लिए गांव भेज दिया. रविवार शाम जब सुरेश खदेसर गांव पहुंचा तो घर के बाहर ताला लगा मिला। काफी देर तक खटखटाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसी भी आ गए। पड़ोसियों ने बताया कि तीन-चार दिन से कुबेर बाहर नहीं दिखे। इस पर सुरेश को किसी अनहोनी का अंदेशा हुआ और वह पड़ोसियों की मदद से घर के अंदर गया, जहां खून के निशान देखकर उसके होश उड़ गए। इसके बाद पड़ोसियों के साथ किराने की दुकान पर पहुंचे, जहां पीछे रखे डीप फ्रीजर(deep freezer) में कुबेर का शव पड़ा मिला। धारदार हथियार से कुबेर की गर्दन रेतकर हत्या करने के बाद शव को फ्रीजर में छिपा दिया था। सूचना पर पुलिस पहुंची। (Shopkeeper)
मृतक का परिवार बांदा से बिधनू आया था:
वृद्ध की हत्या के बाद शव फ्रीजर में रखे होने की सूचना पर एएसपी बृजेंद्र द्विवेदी, एसपी बाहरी तेज स्वरूप सिंह भी पहुंच गए. पूछताछ में पता चला कि कुबेर मूल रूप से बांदा के पिपरारी गांव के रहने वाले थे। करीब 40 साल पहले पिता काम की तलाश में परिवार के साथ बिधनू के खड़ेसर गांव आए थे। कुबेर का भाई रामप्रकाश फतेहपुर में रहता है और उसका बेटा सुरेश रानियां में रहकर फैक्ट्री में काम करता है।
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एक महिला घर आने के बाद 10-15 दिन रहती थी:
ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि 55 वर्षीय महिला कानपुर से दो बार गांव आकर कुबेर के घर 10-15 दिन रहती थी। उनके साथ अक्सर पहलवान नाम का एक व्यक्ति भी रहता था। कुबेर प्राय: स्त्री को ‘ममी’ कहते थे। महिला और शख्स भी बांदा के एक गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं. घर से कीमती सामान और नकदी गायब होने की सूचना पुलिस को दी गई है। महिला पर ग्रामीणों व परिजनों ने शक जताया है। पुलिस ने संदिग्ध महिला की तलाश के साथ ही फोरेंसिक टीम बुलाकर जांच शुरू कर दी है | जल्द ही मामले की मामले में आरोपितों को सज़ा दिलाने की बात कही है | (Shopkeeper)