श्रीनगर गढ़वाल: MBBS: फुफेरे भाई को एक निजी मेडिकल कालेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर नोएडा के एक शैक्षिक सलाहकार ग्रुप के प्रबंधकों ने उपजिला अस्पताल श्रीनगर के डाक्टर धीरज कुमार से 31 लाख 26 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर दी। पीड़ित डाक्टर की शिकायत पर श्रीनगर कोतवाली में आरोपित ग्रुप के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस को दी तहरीर में उप जिला अस्पताल में चेस्ट विभाग में कार्यरत डा. धीरज कुमार ने कहा कि नोएडा के सेक्टर 18 स्थित एआर ग्रुप आफ एजुकेशन ने उनके फुफेरे भाई क्षितिज को नीट क्वालीफाई करने के बाद किसी निजी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने की बात कही थी।
डा. धीरज का आरोप है कि एमबीएसएस(MBBS) में प्रवेश दिलाने के लिए एआर ग्रुप ने उनसे रुपये की मांग की। आरोप है कि 31 लाख 26 हजार रुपये का ट्रांजेक्शन डा. धीरज कुमार और उनकी पत्नी के एकाउंट से एआर ग्रुप के खातों में किया गया।
डा. धीरज कुमार ने कहा कि इसके अतिरिक्त कंपनी प्रबंधकों ने उससे नीम्स जयपुर और गौतमबुद्ध चिकित्सालय मेडिकल कालेज देहरादून में पांच-पांच लाख नकद भी लिए थे। लगभग चार-पांच महीने तक प्रवेश के नाम पर कभी जयपुर, कभी सोलन तो कभी बंगाल और कभी देहरादून भी बुलाते रहे। लेकिन किसी भी कालेज में प्रवेश नहीं मिला।
डा. धीरज कुमार इस बात से भी अचंभित हैं कि बिना काउंसलिंग के ही एआर ग्रुप के प्रबंधकों ने संबंधित निजी मेडिकल कालेजों के खातों में भी उनसे धनराशि डलवा दी।
डा. धीरज कुमार ने श्रीनगर कोतवाली में दी तहरीर में कहा कि झज्जर मेडिकल कालेज हरियाणा में दो लाख, नीम्स मेडिकल कालेज जयपुर में एक लाख उनके एकाउंट में दिए गए।
उन्होंने कहा कि देहरादून में सुभारती मेडिकल कालेज की बिल्डिंग में अब चल रहे गौतमबुद्ध चिकित्सा मेडिकल कालेज में प्रवेश को लेकर तो अधिकृत पत्र भी उपलब्ध करा दिया गया था, लेकिन दूसरे ही दिन प्रवेश के लिए वहां से भी मना कर दिया।
डा. धीरज कुमार ने कहा कि जब उन्होंने ली गई धनराशि लौटाने की मांग की तो उक्त कंपनी के प्रबंधक न केवल टालमटोल करने लगे, बल्कि धमकाने भी लगे। श्रीनगर कोतवाल हरिओम राज चौहान ने कहा कि डा. धीरज कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।