आगरा। आगरा में तपन ग्रुप के सात ठिकानाें पर आयकर विभाग की सर्च 72 घंटे से अधिक समय तक चली। ग्रुप संचालकों ने करीब 40 करोड़ रुपये की आय सरेंडर की है। ग्रुप द्वारा लाभ को कम दिखाकर करापवंचन किया जा रहा था। आयकर विभाग को सर्च में अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। इलेक्ट्रोनिक गैजेट भी जब्त किए गए हैं। इनका डाटा चेक कर विभाग ग्रुप की वास्तविक आय का आकलन करेगा। (Income Tax Raids)
तपन ग्रुप के ठिकानों पर हुई थी सर्च
संयुक्त निदेशक आयकर (जांच) और सहायक निदेशक आयकर (जांच) यूनिट-द्वितीय के निर्देशन में तपन ग्रुप के दयालबाग व रुनकता स्थित ठिकानों पर सोमवार सुबह 7:30 बजे सर्च शुरू की गई थी। मंगलवार व बुधवार को भी सर्च जारी रही। गुरुवार सुबह आठ बजे सर्च संपन्न हुई। यहां कार्रवाई में विभाग को बड़ी तादाद में ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिनमें ग्रुप की अघोषित आय का ब्योरा छुपा है।
विभाग को दस करोड़ रुपये की धनराशि मिल सकती है
आयकर विभाग ने कई इलेक्ट्रोनिक गैजेट भी जब्त किए हैं, जिनका परीक्षण किया जाएगा। इनके आधार पर ग्रुप की वास्तविक आय का आकलन किया जाएगा। ग्रुप ने बड़ी तादाद में प्रोपर्टी में निवेश किया है। इसके अलावा नकदी व बहुमूल्य धातु मिलने की भी बात सामने आ रही है। विभाग इनके भी आकलन में जुटा है। अनुमान है कि ग्रुप द्वारा किए गए सरेंडर से विभाग को 10 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मिल सकती है। इस कार्रवाई के बारे में विभागीय अधिकारी आधिकारिक वर्जन नहीं दे रहे हैं।
खर्च का ब्योरा व रिटर्न का किया मिलान
आयकर विभाग ने ग्रुप के यहां कच्चे माल की खरीद, उत्पादन प्रक्रिया, माल की आपूर्ति, भुगतान संग्रह आदि के रिकार्ड चेक किए। इनवाइस को वास्तविक रकम से कम में जारी करने के मामले पाए गए हैं। कारेाबार में दिखाए गए खर्च का ब्योरा चेक करने के साथ रिटर्न का मिलान किया गया है।
कई राज्यों में फैला है कारोबार
तपन ग्रुप खाद्य तेल के कई ब्रांडों का उत्पादन करता है। उसका कारोबार आगरा के साथ ही राजस्थान व दिल्ली में फैला हुआ है।
सात टीमों ने की कार्रवाई
कार्रवाई में विभाग के तीन दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल रहे। इनमें आगरा के अलावा दिल्ली, नोएडा, कानपुर, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी व इटावा के अधिकारी थे।
पहली बार एक साथ दो जगह कार्रवाई
आयकर विभाग की जांच शाखा ने शहर में पहली बार एक साथ दो जगहों पर कार्रवाई की। मंगलवार को जहां तपन ग्रुप के सात ठिकानों पर टीमें सर्च में जुटी थीं, तभी रावतपाड़ा में तिवारी गली और चित्तीखाना में तीन हवाला एजेंटों के यहां कार्रवाई की गई। यहां से 2.8 करोड़ रुपये की नकदी व पर्चियां हाथ लगीं। इन पर्चियों से बड़े मामले सामने आ सके हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी दोनों जगह की गई कार्रवाई में कोई लिंक होने से इन्कार कर रहे हैं। विभाग अब असंगठित क्षेत्र पर कार्रवाई की तैयारी में है।
अन्य संदिग्ध ठिकानों तक पहुंच सकती है जांच
विभागीय जांच में जो साक्ष्य मिले हैं, उसमें कई अन्य लोगों के भी शामिल होने की आशंका है, हालांकि विभाग फिलहाल मौके से मिले साक्ष्यों की जांच के बाद ही इसे स्पष्ट कर सकेगा। विभागीय सूत्रों का मानना है कि इस कार्रवाई के बाद गाज कई अन्य व्यापारियों और कारोबारियों पर भी गिर सकती है। (Income Tax Raids)