चंडीगढ़ में डेंगू Dengue Cases का क़हर बढ़ रहा हैं| चंडीगढ़ शहर में डेंगू के मरीज़ो की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रहा हैं और साथ ही डेंगू के संदिग्ध मरीज भी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं| चंडीगढ़ में डेंगू के अबतक 400 मरीज़ आ चुके हैं| डेंगू के बढ़ते मरीज़ो के कारण चंडीगढ़, अस्पातलो के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की कमी हो रही जिस वजह से मरीज़ो को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं| डेंगू Dengue Cases के कारण ब्लड बैंक्स में एक दम से ही ब्लड की मांग बढ़ने लगी हैं| हर ब्लड ग्रुप के लोग जीएमसीएच-32, जीएमएसएच-16 और पीजीआइ ब्लड बैंक के नाजाने कितने चक्कर लगा चुके हैं|
ब्लड बैंक के दौरान खून निकालने के बाद रैंडम डोनर प्लेटलेट्स (आरडीपी) विधि में सेपरेटर यूनिट में प्लेटलेट्स निकाला जाता हैं| इसमें कम से कम 6 घंटे लगते हैं|
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पीजीआइ निदेशक प्रोफेसर विवेक लाल और चंडीगढ़ की स्वाथ्य निदेशक डा. सुमन सिंह ने लोगो से यह अपील कि वह अपने नज़दीकी ब्लड बैंक के सेंटर में ब्लड डोनेट करे जिससे ज़रूरतमंद लोगो कि मदद हो सके| वही दूसरी तरफ प्लेटलेट्स कि कमी को पूरा करने के लिए सामाजिक संस्था जैसे थैलेसेमिक चैरिटेबल ट्रस्ट, श्री शिव कावंड संस्था और भी कई जगहो पर फ्री ब्लड डोनेट कैंप लगाकर लोगो द्वारा ब्लड डोनेट किया जा रहा हैं जिससे प्लेटलेट्स कि कमी को दूर किया जा रहा हैं|
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मलेरिया डिपार्टमेंट अधिकारियों द्वारा डेंगू Dengue Cases का प्रकोप रोकने के लिए शहर में चेकिंग शुरू हो गई हैं जिससे लोगो में डेंगू का पता लग सके| साथ ही आसपास के इलाको में बारिश के दौरान काफी पानी भर जाता हैं उसे रोकने के लिए और कूलर में भरे पानी, टंकियों कि जांच के दौरान दवाइयों का छिड़काव करवाना भी अनिवार्य हैं जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोका जा सकता हैं उसके लिए दवाइयों का छिड़काव काफी ज़रूरी हैं|