भारत ने दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश को 3 विकेट से हरा दिया है। (Match) श्रेयस अय्यर और आर. अश्विन ने एक वक्त मुश्किल नजर आ रही जीत भारतीय टीम की झोली में डाल दी है। दोनों ने मिलकर नाबाद 71 रन जोड़कर भारत को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। जिस वक्त पारी में 5 विकेट चटका कर मेहदी हसन मिराज बांग्लादेश को लगभग जीत की दहलीज पर पहुंचा चुके थे, वहां से इन दोनों खिलाड़ियों ने मैच बदल दिया। अंतिम दिन भारत को जीत के लिए 100 रन बनाने थे लेकिन उनादकट और पंत के विकेट गंवाकर टीम इंडिया मुश्किल में नजर आ रही थी। इसके बाद श्रेयस अय्यर और अश्विन ने बगैर कोई झटका लगने दिए भारत को टारगेट तक पहुंचा दिया। अश्विन 42* तो वहीं अय्यर 29* पर नाबाद लौटे। शानदार टेस्ट मैच का पूरा सूरत-ए-हाल आगे पढ़िए।
भारत और बांग्लादेश के बीच उनके क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक टेस्ट चौथे दिन के पहले सत्र में भारत की जीत के साथ खत्म हो चुका है। बांग्लादेश की टीम ने पहली पारी में टॉस जीतकर 227 रन बनाए, जिसके जवाब में टीम इंडिया ने 314 रन बनाकर 87 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली। यहां से लगा था कि मैच टीम इंडिया की मुट्ठी में आ जाएगा लेकिन अपनी दूसरी पारी में बांग्लादेश ने 231 रन बना दिए। ओपनर जाकिर ने 51 तो वहीं मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज लिटन दास ने 73 रनों की धमाकेदार पारी खेली। कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि इस दौरान भारत ने पहले टेस्ट के ‘मैन ऑफ द मैच’ कुलदीप यादव को बड़ी शिद्दत से मिस किया। अगर वह होते तो मिडिल ओवर्स में बांग्लादेशी पारी को बड़े झटके देकर 150 के आसपास समेट सकते थे। कुलमिलाकर भारत के सामने जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य।
लक्ष्य बड़ा तो नहीं था लेकिन तीसरे दिन के अंतिम सेशन में दिग्गज माने जाने वाले टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए। कप्तान केएल राहुल वनडे सीरीज के बाद टेस्ट सीरीज की चारों पारियों में सुपर फ्लॉप रहे। वह केवल 2 रन बनाकर शाकिब अल हसन की गेंद पर विकेटकीपर को एज थमा बैठे। (Match) लगा कि कम से कम चेतेश्वर पुजारा मुकाबले में लगभग ढाई दिन बाकी होने के कारण आसानी से टारगेट तक पहुंचा देंगे लेकिन वह मेहदी हसन मिराज के खिलाफ जबरदस्ती स्टेप आउट कर गए। आगे बढ़ने के बाद उन्हें समझ ही नहीं आया कि शॉर्ट मारना है या डिफेंड करना है। बल्ले का महीन किनारा और गेंद एक टप्पे के बाद विकेटकीपर के हाथों में, जब तक पुजारा वापस क्रीज में लौटते तब तक स्टंप बिखेरे जा चुके थे। भारत को 12 के कुल योग पर दूसरा झटका लग गया। यह हालिया वक्त में पुजारा का सबसे गैर जिम्मेदाराना शॉट था। भारत की जीत के बावजूद उनके इस रवैये पर चर्चा होनी चाहिए।
शुभमन गिल वैसे तो अच्छे बल्लेबाज माने जाते हैं लेकिन अक्सर मौके पर दगा दे जाते हैं। अपनी आंखों के आगे मेहदी के खिलाफ पुजारा को विकेट फेंकता हुआ देखने वाले गिल ने उसी गेंदबाज के खिलाफ वही काम कर दिखाया। उनके स्टेप आउट करने में फर्क यह रहा कि बल्ले का कहीं कोई किनारा नहीं लगा और विकेटकीपर ने आसानी से गिल्लियां बिखेर दीं। शुभमन की तरफ से यह एक नथिंग शॉट था, जिसमें उन्हें बिल्कुल आईडिया नहीं था कि आगे बढ़कर करना क्या है। 29 पर भारत को तीसरा झटका लगा और 8 रन स्कोरबोर्ड में जुड़ते ही विराट कोहली भी वापस पवेलियन की ओर लौट गए। गिल को अगर लंबे अरसे तक भारतीय टीम के लिए सलामी बल्लेबाजी करनी है, तो उन्हें मौकों का लाभ उठाना होगा। पृथ्वी शॉ, अभिमन्यु ईश्वरन और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे बल्लेबाज उनकी जगह लेने के लिए तैयार बैठे हैं।
विराट बांग्लादेश के खिलाफ चौथी पारी में ओवर डिफेंसिव नजर आ रहे थे। मेहदी हसन मिराज ने इसका फायदा उठाया। मिराज ने गुड लेंथ पर गेंद डाली लेकिन इतनी ज्यादा फुल लेंथ की नहीं कि विराट उसे आसानी से फ्रंट फुट से डिफेंड कर लें। टप्पा खाने के बाद गेंद ने बल्ले का बहुत महीन सा किनारा लिया और शॉर्ट लेग पर मोमिनुल का अविश्वसनीय कैच। यह कैच ऑफ द मैच था। अगर विराट इतना (Match) ज्यादा डिफेंसिव नहीं हुए होते तो शायद वह भारत के लिए मुकाबला खत्म कर सकते थे। 20वें ओवर की पांचवीं गेंद पर विराट सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कहां भारत से तीसरे ही दिन जीतने की उम्मीद की जा रही थी और कहां वह 45 रनों पर 4 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रहा था।
चौथे दिन बाकी बचे 100 रन बनाने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत भी बड़ी मनहूस रही। 25वें ओवर की चौथी गेंद शाकिब अल हसन की फ्लैटर डिलीवरी अराउंड ऑफ को जयदेव उनादकट कट करना चाहते थे। वह बुरी तरह चूक गए और गेंद सीधा पैड से जा टकराई। साफ लग रहा था कि वह LBW हो चुके हैं लेकिन उन्होंने फिर भी रिव्यू लेने का फैसला किया। इंपैक्ट इन लाइन एंड क्रैशिंग इन टू द विकेट्स। उनादकट तो वापस गए ही, भारत ने अपना रिव्यू भी गंवा दिया। चौथे दिन टीम इंडिया के खाते में केवल 11 रन जुड़ने के बाद यह भारत को लगने वाला पांचवां झटका था।
इसके बाद 28वां ओवर लेकर मेहदी हसन मिराज चुके थे और सामने थे भारत की सबसे बड़ी उम्मीद ऋषभ पंत। ओवर की अंतिम गेंद फ्लैटर डिलीवरी थी, जो टप्पा खाने के बाद बिल्कुल सीधी रह गई। पंत गेंद को डिफेंड करना चाहते थे लेकिन वह सीधे पैड से जा टकराई। मेहंदी को पारी का चौथा विकेट और 13 गेंदों पर 9 रन बनाकर भारत की सबसे बड़ी उम्मीद वापस पवेलियन जा रही थी। अक्षर पटेल को इंडियन टीम (Match) मैनेजमेंट द्वारा रवींद्र जडेजा के विकल्प के तौर पर देखा जाता है और इसलिए इस टेस्ट मैच में उनकी बजाय कुलदीप यादव को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अक्षर 68 गेंदों पर 34 रन बनाकर खेल रहे थे और भारत को 4 विकेट बाकी रहते जीत के लिए 71 रनों की दरकार थी। यहां पर उनसे अपेक्षा थी एक मैच विनिंग पारी की ताकि उनके खिलाफ उठाए जा रहे सवालों पर पूर्णविराम लग जाए। मेहदी हसन मिराज की फुल लेंथ डिलीवरी ऑन लेग। गेंद सीधी और नीची रही। अधूरे मन से डिफेंड करने का प्रयास लेकिन जबतक बल्ला नीचे आता, लेग स्टंप उखड़ चुका था। 30वें ओवर की चौथी गेंद पर भारत को सातवां झटका लग चुका था। 34 रन बनाकर अक्षर वापस।
अब सवा सौ करोड़ लोगों की उम्मीदों को श्रेयस अय्यर और आर. अश्विन का सहारा था। यहां पर यह तय होना था कि भारत बांग्लादेश के हाथों क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट हार जाएगा या जीत का रथ बरकरार रख पाएगा। तभी मिराज के 34वें ओवर की चौथी गेंद पर तमाम क्रिकेट फैंस का कलेजा मुंह को आ गया। जिस तरीके से इसी गेंदबाज के खिलाफ विराट कोहली शॉर्ट लेग पर आउट हुए थे, कुछ वैसा ही कैच अश्विन ने भी मोमिनुल को थमा दिया। वह तो भला हो फील्डर का, जिसने इस दफा कैच टपका दिया और मिराज (Match) को मुकाबले का छठा विकेट लेने से वंचित कर दिया। इसके बाद एक चीज तो साफ हो गई कि भारत लगातार डिफेंसिव बैटिंग करके यह मैच जीत नहीं सकता है। 38वें ओवर की चौथी गेंद मेहदी हसन मिराज ने टॉस्ड अप आउटसाइड ऑफ रखी। श्रेयस का खूबसूरत स्क्वायर ड्राइव और पॉइंट के गैप से लाजवाब चौका। इस शॉट में इंटेंट कूट-कूट कर भरा था और 40 ओवर की समाप्ति के बाद भारत को जीत के लिए 51 रन और बनाने थे।
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इसके बाद तो जैसे दोनों ही बल्लेबाजों पर बांग्लादेशी गेंदबाजी की कुटाई का भूत सवार हो गया। शाकिब के 41वें ओवर की चौथी गेंद पर मिड ऑफ अप होने के कारण श्रेयस ने फील्डर के ऊपर से लॉफ्टेड शॉट खेलकर चौका हासिल कर लिया। जैसे ही अय्यर ने देखा कि इस ओवर की अंतिम गेंद थोड़ी सी शॉर्ट है, वह तुरंत बैकफुट पर गए और मिडविकेट के ऊपर से एक और करारा चौका जड़ दिया। अब तो ऐसा लग रहा (Match) था कि श्रेयस भारत के बाकी बल्लेबाजों को स्पिन की मास्टर क्लास दिखा रहे हैं। मिराज के 42वें ओवर की तीसरी गेंद भी थोड़ी सी शॉर्ट थी। बैकफुट से ही कवर्स की दिशा में क्या लाजवाब शॉट… अय्यर के बल्ले से निकलते ही गेंद चौके के लिए गोली की रफ्तार से सीमा रेखा पार चली गई।
अब एक तरफ अगर श्रेयस दहाड़ रहे थे तो भला दूसरी तरफ अश्विन शांत कैसे रहते। 43वें ओवर की तीसरी गेंद खालेद ने पैड्स पर डाल दी और अश्विन ने आसानी से लेग ग्लांस पर चौका (Match) बटोर लिया। पांचवीं गेंद पर अश्विन के बल्ले का थिक एज लग और गेंद स्लिप के बगल से सीमा रेखा पार चली गई। मिराज के 47वें ओवर की पहली गेंद आधे पिच पर ही टप्पा खा गई थी लेकिन केवल एक हाथ से अश्विन ने जिस तरह मिडविकेट के ऊपर से इस बॉल पर छक्का जड़ा, वह देखकर तमाम दर्शकों की आंखें फटी की फटी रह गईं। यह शॉट ऑफ द मैच था। अब ऐसा लग रहा था कि अश्विन किसी भी हाल में जल्द से जल्द मैच खत्म कर देना चाहते हैं। पांचवीं गेंद टॉस्ड अप फुलर लेंथ की।
मिड ऑफ के ऊपर से दमदार चौका। अंतिम गेंद हल्की शॉर्ट और मिड ऑफ के फील्डर के बगल से अश्विन ने चौका बटोर लिया। इसी के साथ भारत ने 13वीं दफा टेस्ट क्रिकेट में (Match) बांग्लादेश को परास्त कर दिया और पहली बार भारत को टेस्ट मैच हराने का उसका ख्वाब तोड़ दिया। 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 42* रन जुड़ने वाले अश्विन मुकाबले के सबसे बड़े हीरो बन गए। 4 चौकों की मदद से 29* रन बनाकर श्रेयस अय्यर ने भी उनका भरपूर साथ निभाया। दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय टॉप ऑर्डर को स्पिनिंग ट्रैक पर बल्लेबाजी करने का अंदाज बताया।