हिंदुस्तान जिंक द्वारा सामाजिक सरोकार के तह्त जनजाति क्षेत्र कोटडा में (Hindustan Zinc) शुद्धपेयजल उपलब्ध कराने की पहल अनुकरणीय-ताराचंद मीणा, जिला कलेक्टर हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा राजस्थान के सुदूर क्षेत्र कोटड़ा में शुद्ध पेयजल की पहल अनुकरणीय है, एवं कंपनी द्वारा समय समय पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला सशक्तिकरण हेतु उठाएं गये कदम सराहनीय है, यह बात जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कोटड़ा के विवेकानंद गर्ल्स हॉस्टल में आयोजित समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की हिन्दुस्तान ज़िंक की पहल से इस क्षेत्र में विद्यार्थियों को पीने के लिये शुद्ध जल उपलब्ध होगा जो कि महत्वपूर्ण है। उन्होंने जल की महत्ता पर विचार व्यक्त करते हुए जल सरंक्षण हेतु सभी को जागरूक किया। जिला कलेक्टर ने कोटड़ा के विकास के मार्ग को बताते हुए कहा कि क्षेत्र में आदिवासी युवा महोत्सव और आदिवासी कल्याण दिवस को वृहद स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने 10-10 करोड़ की लागत से कोटड़ा क्षेत्र में सीताफल एक्सीलेंस सेंटर एवं वन उपज एवं औषधिय एक्सीलेंस सेंटर की जानकारी देते हुए बताया कि इससे क्षेत्र में रोजगार एवं विकास को गति मिलेगी। शिक्षा के बारे जागरूक करते हुए जिला कलेक्टर ने महिलाओं और बालिकाओं से शिक्षा से जुड़ने का आव्हान किया।
हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा ग्रामीण क्षेत्र कोटड़ा के 53 राजकीय विद्यालयों एवं छात्रावासों में सीएसआर के तहत् विद्यार्थियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने हेतु जिला कलेक्टर के मिशन कोटड़ा के तहत् आरओ एवं यूवी वॉटर फिल्टर स्थापित किये गयें। आरओ एवं यूीव वाॅटर फिल्टर का उद्घाटन जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा एवं हिन्दुस्तान ज़िंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा के आतिथ्य में किया गया। (Hindustan Zinc) इस अवसर पर .हिन्दुस्तान ज़िंक के उप मुख्य कार्यकारी कृष्णमोहन नारायण, हेड सीएसआर अनुपम निधी, हेड कार्पोरेट कम्यूनिकेशन मैत्रेयी सांखला, तहसीलदार मुगलाराम मीणा एवं कोटड़ा के जनप्रतिनिधियों सहित 53 राजकीय विद्यालयों के प्राचार्य भी उपस्थित थे।
इस पहल के माध्यम से कोटड़ा ब्लॉक में संचालित राजकीय विद्यालयों और छात्रावासों के 12 हजार से अधिक लाभार्थी लाभान्वित होगें जो कि इनमें जल जनित बीमारियों से रोकथाम में महत्वपूर्ण साबित होगी। समारोह में हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अरुण मिश्रा ने कहा कि, “हिन्दुस्तान ज़िंक जल सरंक्षण की प्रतिबद्धता के तहत् जल की प्रत्येक बूंद को पुर्नउपयोग एवं शुद्ध कर सभी के लिये प्रगति, समृद्धि और सतत् भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता हैं। कोटड़ा में हमारें आने वाले कल के भविष्य निर्माताओं के लिये स्वस्थ और खुशहाल वर्तमान हेतु पहल हमारें लिये प्रसन्नता का पल है। सभी के लिए स्वच्छ जल की उपलब्धता हेतु प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करते हुए हम इस ओर निरंतर अग्रसर है।
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हिंदुस्तान जिंक द्वारा कोटड़ा में की गयी यह पहल सामुदायिक सशक्तिकरण, सस्टेनेबल कार्य प्रणाली और सभी के लिए बेहतर भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। (Hindustan Zinc) जल संरक्षण हेतु हिंदुस्तान जिंक के असाधारण प्रयासों के लिये कंपनी को 2.41 गुना वॉटर पॉजिटिव प्रमाणित किया गया है। 2025 तक 5 गुना वॉटर पॉजिटिव प्राप्त करने की ओर, कंपनी ने उदयपुर में अत्याधुनिक 60एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना, अत्याधुनिक ड्राई टेलिंग प्लांट की शुरूआत खदानों एवं संचालन के आस-पास के क्षेत्रों में जल संचयन संरचनाओं का कार्यान्वयन, और पौधों में शून्य तरल निर्वहन का रखरखाव जैसी पहल की है। इसके अतिरिक्त, हिंदुस्तान जिंक ने अपने संचालन के आसपास के समुदायों में शुद्ध पेयजल हेतु आरओ और वाॅटर एटीएम स्थापित किये है।