मेरठ। मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र की के-ब्लाक चौकी प्रभारी पर धोखाधड़ी के मुकदमे में शोरूम मालिक से 50 हजार की रिश्वत मांगने का मामला प्रकाश में आया है। रकम वसूलने के लिए गाड़ी शोरूम पर पहुंचे चौकी इंचार्ज को एसपी सिटी ने पकड़ लिया है। एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी ने चौकी प्रभारी सोनू कुमार को सस्पेंड कर दिया।
यह है पूरा मामला
नौचंदी थाना क्षेत्र में गढ़ रोड पर गाड़ी का शोरूम हैं। शोरूम से व्यक्ति ने कार खरीदी थी। शोरूम स्वामी के खिलाफ एक गाड़ी खरीदने वाले व्यक्ति ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे की विवेचना मेडिकल थाने के के-ब्लाक चौकी प्रभारी कर रहे थे। आरोप है कि मुकदमे से नाम निकालने के नाम पर चौकी प्रभारी सोनू कुमार ने गाड़ी शोरूम के स्वामी से 50 हजार रुपये की मांग कर दी। इतना ही नहीं रकम लेने के लिए चौकी प्रभारी शोरूम पर पहुंच गए। शोरूम स्वामी ने इसी बीच मामले की जानकारी एसपी सिटी को दी। तभी एसपी सिटी विनीत भटनागर भी मौके पर पहुंच गए।
एसएसपी को दी गई रिपोर्ट
दारोगा को मौके से ही पकड़ लिया। उसके बाद शोरूम स्वामी ने दारोगा के खिलाफ रकम वसूली की तहरीर देने से इन्कार कर दिया। एसपी सिटी की प्रथम जांच में रकम मांगने का मामला सामने आ चुका था। एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि चौकी प्रभारी की रिपोर्ट एसएसपी प्रभाकर चौधरी को दे दी गई, जिस पर चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है।
पहले भी आ चुके है भ्रष्टाचार के मामले
सदर बाजार थाना प्रभारी बिजेंद्र और कांस्टेबल पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। उस मामले में कोर्ट से बिजेंद्र राणा को स्टे मिल गया था। विभागीय जांच के साथ-साथ विवेचना विचाराधीन है। वहीं महिला थाना प्रभारी मोनिका जिंदल और दारोगा रितू काजला के खिलाफ वसूली और भ्रष्टाचार निवारण अधिनयम का मुकदमा दर्ज हुआ था। दोनों को सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।