नई दिल्ली। Exercise: कार्डियो हो, एब्स या फिर किक बॉक्सिंग….इन सबके बाद थकान होना बहुत नॉर्मल है लेकिन इस थकान की वजह से कई बार हमारा पूरा दिन खराब हो जाता है। वक्त-वेबक्त की नींद आती रहती है, कुछ करने का दिल नहीं करता और कई बार तो अगले दिन वर्कआउट के लिए भी खुद को तैयार कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है, तो क्या आप जानते हैं इसकी वजह? इसकी वजह एक्सरसाइज के बाद कूलडाउन न करना है। कूल डाउन करने के लिए हल्की-फुल्की स्ट्रेचिंग्स ही काफी होती हैं। इनसे बॉडी को रिकवरी में भी मदद मिलती है। तो आज हम इन्हीं एक्सरसाइजेस के बारे में जानने वाले हैं।
1. कैट-काउ पोज
इस एक्सरसाइज को तो आपको रोजाना वर्कआउट के बाद करना चाहिए। रीढ़ के साथ ये गर्दन, कूल्हों, पेट और पीठ के लिए भी बेहतरीन Exercise है।
– इसे करने के लिए हथेलियों को जमीन पर रखें और घुटनों को जमीन पर टिकाएं यानी गाय जैसी पोजीशन में आएं।
– कुछ सेकेंड रूकें। अब पीठ को गोल करें। इसके बाद पीठ को ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं।
– फिर चेस्ट को नीचे की ओर झुकाएं और सिर को ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें। इस प्रोसेस को करीब 15-20 बार करें।
2. सीटेड ट्विस्ट
यह Exercise स्पाइनल और लोअर बैक के लिेए काफी अच्छी होती है। इसे करने से दर्द भी खत्म हो जाता है।
– आप इसे आसानी से जमीन पर बैठकर कर सकते हैं। पैरों को सामने सीधा करके बैठें।
– दाहिने पैर को बाईं ओर पार करें। जैसा ही आप ऐसा करते हैं। दाहिने घुटने को मोड़े जिससे दाहिना पैर जमीन पर सपाट रह सकें।
– सीधा बैठें और दाएं हाथ को पीछे रखें।
– अब सांस लें और बाएं हाथ को उठाएं।
– सांस धीरे-धीरे छोड़ते हुए दाहिने थाई के ऊपर हाथ ले आएं। जितने वक्त तक होल्ड कर सकते हैं करें और सांस लेते रहें।
इसके बाद दूसरी तरफ से यही प्रोसेस करें।
3. लोअर बैक रोटेशनल स्ट्रेच
लोअर बैक पेन खत्म करने और मसल्स फिट रखने के लिए इस Exercise को रोज करें।
– इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बाल जमीन पर लेट जाएं।
– अब घुटनों को ऊपर लाएं और पैरों को फर्श पर सपाट रखें। जब आप कंधों को जमीन से चिपकाए रखते हैं तो घुटनों को दाईं ओर घुमाएं, कंधों को उठाएं नहीं।
– थोड़ा रूकें फिर साइड स्विच करें।
4. प्लांक टू स्कॉर्पियन रीच
कंधे, कमर, लोअर बॉडी और पीठ ठीक रखने के लिए रोज यह एक्सरसाइज करें।
– स्ट्रेट-आर्म प्लांक पोजीशन में आएं, सांस लें और अपने दाहिने घुटने को बाईं कलाई तक ले जाएं।
– अब सांस छोड़ें और उस दाहिने पैर को ऊपर और पीछे चलाएं।
– इस दौरान आपका सिर बांहों के बीच रहना चाहिए। इसे अपनी इच्छा के मुताबिक करें। फिर इसे बाएं पैर से दोहराएं।