JNU छात्र संघ (JNUSU) ने वीरवार को देर रात विश्वविद्यालय परिसर (Protest) में प्रसाशन के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन मंगलवार रात को BBC की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान JNU प्रशासन द्वारा बिजली काटने और इंटरनेट सेवाओं को बाधित करने के विरोध में किया गया।
SFI और AISA के छात्र शामिल
इस दौरान बड़ी संख्या में वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (AISA) के छात्र शामिल रहे। इस दौरान छात्रों ने छात्र संघ के नेतृत्व में गंगा ढाबे से चंद्रभागा छात्रावास तक पैदल मार्च भी निकाला। इस दौरान प्रदर्शन करने वाले छात्रों (Protest) ने जामिया में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान पुलिस द्वारा 13 छात्रों को हिरासत में लिए जाने को लेकर भी विरोध जताया और जामिया के छात्रों के साथ एकजुटता का संदेश दिया। साथ ही दिल्ली पुलिस और जेएनयू प्रशासन पर तानाशाही का आरोप भी लगाया।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
प्रदर्शन को लेकर छात्रों ने क्या कहा?
छात्रों का कहना था इंडिया द मोदी क्वेश्चन डॉक्यूमेंट्री कि हमने जब JNU में स्क्रीनिंग की तो जेएनयू प्रशासन ने उसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन जब विद्यार्थी (Protest) परिषद द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में द कश्मीर फाइल्स की स्क्रीनिंग कराई गई तो उन्हें नहीं रोका गया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने JNU प्रशासन व दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और रात पर प्रसाशन के खिलाफ प्रदर्शन किया|