Holashtak: रंगों का त्योहार होली जो कि फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शुरू होता है और दूसरे दिन चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि के दिन रंगोत्सव खेला जाता है। हिंदू धर्म में होली के त्यौहार को एक बड़ा और बहुत अधिक महत्व माना जाता है, केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इस त्योहार को लोग बड़े उत्साह और बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार होली पर्व के ठीक 8 दिन पहले होलाष्टक भी लग जाता है, जिसमें सभी शुभ व मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं।
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कब होता है होलाष्टक का समापन?
धर्म शास्त्र के अनुसार होलाष्टक का समापन होलिका दहन के साथ ही हो जाता है। मान्यताओं के अनुसार, होलाष्टक के दौरान कुछ कार्यों करने की मनाही होती है, इन्हें होलाष्टक के समय वर्जित माना जाता है। तो चलिए जानते हैं इस साल कब से लग रहे हैं होलाष्टक और इस दौरान हमे कौन से कार्यों को करने की मनाही होती है।
होलाष्टक कब से शुरू?
ज्योतिष शास्त्र हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल दिन मंगलवार यानि 28 फरवरी से होलाष्टक शुरू हो जाएंगे और 7 मार्च तक रहेंगे। होलिका दहन 7 मार्च 2023 को होगा और 8 मार्च को रंगोत्सव यानि होली का त्यौहार मनाया जाएगा। आपको बता दें कि होली के आठ दिन पहले से होलाष्टक शुरू हो जाते हैं।
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होलिका दहन का शुभ मुहूर्त: (Holashtak Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च को शाम 04 बजकर 17 मिनट से लेकर अगले दिन 07 मार्च को शाम 06 बजकर 09 मिनट तक रहेगी। होलिका दहन 07 मार्च को किया जाएगा और 08 मार्च को रंग वाली होली खेली जाएगी।
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