रमजान का दिन मुस्लिम लोगो के लिए काफी ख़ास होता हैं. (Laylatul Qadr) सभी मुस्लिम रमजान का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं ताकि वह अपने अल्लाह से अपने गुनाहो की माफ़ी मांग सके. क्यूंकि रमज़ान के आखिरी दिनों में लैलतुल-कद्र की रात आती है, जिसमें सभी मुसलमान अपने गुनाहों की माफी मांगता है। कुरान के अनुसार, यह रात 1000 रातों से बेहतर है। कहा जाता है कि इस रात अल्लाह अपने बंदों से मिलने, उनकी दुआएं सुनने के लिए सातवें आसमान से पहले आसमान पर आ जाते हैं। यह वजह है कि हर मुस्लमान पूरा रात जगकर दुआ करते है।
हालांकि, कुरान में 5 रातों का उल्लेख किया गया है, जिसे 21वीं शब, 23वीं शब, 25वीं शब, 27वीं शब और 29वीं शब आदि। मगर इस बात का उल्लेख नहीं किया गया है (Laylatul Qadr) कि इन रातों में से कौन-सी रात शब-ए-कद्र की है। अगर आप भी लैलतुल कद्र के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं, तो आज हम आपको लैलतुल कद्र की पूरी जानकारी देने जाने जा रहे हैं|
आइये तो जानते हैं लैलतुल-कद्र किसे कहते हैं?
यह रात रमज़ान के आखिरी हिस्सों में आती है। इस दिन जिब्रील अलैहिस्सलाम के द्वारा क़ुरान शरीफ की आयत प्यारे पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर नाजिल हुई थी। (Laylatul Qadr) इसलिए इस रात को शब-ए-कद्र भी कहा जाता है।
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इस दिन जमीन पर इतने फरिश्ते उतरते हैं की पूरी कायनात फरिश्तों से भर जाती है और वो रोज़दार की हर दुआ पर ‘कुबूल है’ कहते हैं। (Laylatul Qadr) हालांकि, कुरान शरीफ में आखिरी पांच रात ( 21, 23, 25, 27, 29) में से किसी एक रात में लैलतुल कद्र की रात का बयान किया गया है।
लैलतुल-कद्र की दुआ और मायने
कुरान में जिक्र मिलता है कि शब-ए-कद्र के दिन कुरान की तिलावत करनी चाहिए और अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए। मगर हुजूर पाक ने एक दुआ बताई है, (Laylatul Qadr) जिसकी कसरत से तिलावत करनी चाहिए। वो दुआ क्या है आइए जानते हैं।
लैलतुल-कद्र की दुआ हिंदी में-
अल्लाहुम्मा इंनका अफुव्वुन तुहिब्बुल अफवा फ’अफु अन्नी
लैलतुल-कद्र की दुआ अंग्रेजी में
Allahumma Innaka Afuwwun Tuhibbul Afwa Fa’अफु Anni
इस दुआ का मतलब होता है कि ए अल्लाह आप माफ करने वाला है। (Laylatul Qadr) तू माफ करना पसंद करता है बस तू मुझे माफ कर दे।
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लैलतुल-कद्र की निशानियां
कुरान में लैलतुल-कद्र की रात कब है यह स्पष्ट रूप से बताया नहीं गया हैं, (Laylatul Qadr) लेकिन कुछ निशानियां है जिनकी मदद से लैलतुल-कद्र की पहचान की जा सकती है। तो आइए जानते हैं इस रात से जुड़ी कुछ बाते:-
- इस रात ना तो ज्यादा ठंड होगी और न ही ज्यादा गर्मी होगी। (Laylatul Qadr) मतलब मौसम बिल्कुल खुशगवार होगा। वर्ना रहमत की बारिश भी हो सकती है।
- इस दिन की सुबह सूरज की रोशनी तेज नहीं होगी और न ही आंखों में लगने वाली होगी। (Laylatul Qadr) आपको धूप में सुकून मिलेगा और सूरज बिल्कुल चांद जैसा लगेगा।
- इस रात सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी बहुत शांत रहते हैं। (Laylatul Qadr) कहा जाता है कि इन दिनों कुत्ते के भौंकने की आवाज तक नहीं आती क्योंकि तमाम फरिश्ते जमीन पर आ जाते हैं। जिस कारण सभी जगह शांति पसरी रहती हैं|