नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस ने तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें जहीर उर्फ जलील, अनाबुल उर्फ शेख और तबरेज के नाम शामिल हैं। अभी तक पुलिस ने हिंसा मामले में कुछ 36 लोगों को गिरफ्तारक र लिया है। हिंसा से जुड़े मामले में पुलिस अभी और लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है।
दरअसल, हनुमान जन्मोत्सव पर शोभायात्र के दौरान 16 अप्रैल की दोपहर जहांगीरपुरी के सी ब्लाक स्थित कुशल चौक पर भक्तों पर पथराव करने में शामिल 100 से अधिक दंगाइयों की दिल्ली पुलिस ने पहचान तो कर ली, लेकिन उन्हें पकड़ नहीं पाई है। जिन आरोपितों की पहचान हो चुकी है वे सभी अपने-अपने घरों से फरार हैं।
उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस के अलावा स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें पड़ने के लिए दिल्ली-एनसीआर समेत पड़ोस के राज्यों व बंगाल जाकर भी छापेमारी कर रही है। दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अभी तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया है। बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
बड़ा दंगा कराने की थी साजिश: क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जहांगीरपुरी में जिस तरह से हिंसा कराने की साजिश रची गई थी वो दो साल पहले उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे से बड़ी थीं। इस मामले के लिए बकायदा कई बैठकें की गई, साथ ही उपद्रवियों को हथियार भी मुहैया कराए गए थे। हिंसा फैलाने वाले उपद्रवियों को उम्मीद थी कि शोभायात्रा पर पथराव और फायरिंग करते ही भगदड़ में ही कई लोगों की जान चली जाएगी। इसके बाद बड़े स्तर पर हिंसा भड़केगी। हिंसा फैलाने के लिए पीएफआइ के करीब 20 सदस्य लोगों को उकसाने के लिए घटना वाले दिन जहांगीरपुरी में मौजूद थे। जहांगीरपुरी में 100 से अधिक पीएफआइ स्टूडेंट् विंग के सदस्य रहते हैं। इनको भी इसमें शामिल करने की योजना थी।