नई दिल्ली: अर्जुन टैंक: भारत ने गुरुवार को स्वदेश विकसित ‘लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल’ (एटीजीएम) का महाराष्ट्र के अहमदनगर में सैन्य प्रतिष्ठान केके रेंज से सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मिसाइलों ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक निशाना लगाते हुए लक्ष्यों को नष्ट कर दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एटीजीएम के निर्माता रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना को मिसाइल के सफल परीक्षण पर बधाई दी।
मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण
मंत्रालय ने कहा, ‘डीआरडीओ और भारतीय सेना ने मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन के जरिये स्वदेश में विकसित लेजर-गाइडेड एटीजीएम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। मिसाइलों ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक रूप से लक्ष्यों को भेदते हुए उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। टेलीमेट्री प्रणाली ने मिसाइलों के संतोषजनक उड़ान प्रदर्शन को दर्ज किया है।’ एटीजीएम को अलग-अलग हथियार प्रणालियों से लांच की क्षमता के साथ विकसित किया गया है। फिलहाल उसका मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन की 120 मिमी की राइफल गन से तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण किया जा रहा है। डीआरडीओ के चेयरमैन जी. सतीश रेड्डी ने भी एटीजीएम के सफल परीक्षण से जुड़ी टीम को बधाई दी है।
राजनाथ सिंह ने दी बधाई
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के सफल प्रदर्शन के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के परीक्षण फायरिंग से जुड़ी टीमों को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि मिसाइलों ने सटीकता के साथ प्रहार किया और दो अलग-अलग रेंज में लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेदा। ऑल-इंडिजिनस लेजर गाइडेड एटीजीएम एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों का सामना करने के लिए एक टेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (हीट) वारहेड का इस्तेमाल किया गया है।