गांव शाहपुर बेगू स्थित गीता सीनियर सैकेंडरी स्कूल में विश्व प्राकृतिक चिकित्सवा दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि इलैक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सक डा. राजेश कुमार (Dr. Rajesh Kumar) ने शिरकत की। डा. राजेश कुमार ने विद्यार्थियों को प्राकृतिक जीवन एवं प्राकृतिक उपचार की उपयोगिता को बताते हुए नैसर्गिक जीवन जीने के बारे प्रेरित करते हुए किया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति सबसे सरल और सहज है और बिल्कुल सस्ती है।
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उन्होंने कहा कि भागदौड़ भरी जिंदगी में हर मनुष्य तुरंत आराम चाहता है, लेकिन तुरंत आराम के चक्कर में वह एक बिमारी को ठीक करने की कोशिश में कई और बिमारियों को भी न्यौता देता है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे जहां तक हो सके प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाएं और दूसरे लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें। डा. राजेश कुमार ने बताया कि नेचरोपैथी सबसे सस्ती पद्धति है और बिना लाभ-हानि के वे प्राकृतिक चिकित्सालय को चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेचरोपेथी में बहुत पावर है। यह पद्धति सभी बिमारियों का जड़ से उपचार करती है।
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उन्होंने बताया कि प्रकृति मां स्वयं चिकित्सक है, केवल इसके प्रति समर्पण करने मात्र से हम अपने जीवन को रोगमुक्त कर सकते हैं। डा. राजेश कुमार (Dr. Rajesh Kumar) ने यौगिक एवं प्राकृतिक जीवनशैली बारे बताते हुए कहा कि यम-नियम का पालन और नैसर्गिक दिनचर्या की पालना कर जीवन की सार्थकता के साथ जिया जा सकता है। उन्होंने आंवला, पालक, बथुआ, पुदीना, लेमन ग्रास, चकुंदर, पत्थरचट्ट, लौकी, पेठा, हल्दी, मरुआ के बारे में विद्यार्थियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
उन्होंने आए हुए जन साधारण और आयुष योग सहायकों को उक्त आहार के औषधीय गुणों बारे में बताया कि इनका आहार में नियमित उपयोग हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। इस मौके पर स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को उपयोगी जानकारी देने के लिए स्कूल मुख्याध्यापक जगदीश नारंग ने डा. राजेश कुमार का आभार जताया, वहीं डा. राजेश कुमार ने भी कार्यक्रम का आयोजन करवाने के लिए स्कूल प्रबंधन का धन्यवाद किया।