मुंबई, 3 अप्रैल (एजेंसी):- साल 2023 का नया फाइनेंसियल ईयर (Financial Year) शुरू होने के बाद से बाजार में RBI द्वारा कई बड़े बदलाव देखने को मिले है जैसे खुदरा महंगाई छह फीसदी के संतोषजनक स्तर पर रहने और कई केंद्रीय बैंकों के रुख के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी अगले सप्ताह पेश होने वाली मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में 0.25 फीसदी की और वृद्धि करने का फैसला किया है। (Loan Become Costlier & EMI Will Also Increase In New Financial Year)
US फेडरल रिजर्व। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की द्विमासिक समीक्षा बैठक 3 अप्रैल से शुरू होने वाली है। रेपो रेट बढ़ने का सीधा सा मतलब है महंगा कर्ज और ग्राहकों पर बढ़ती ईएमआई का बोझ। आरबीआई ने मई 2022 से नीतिगत ब्याज दर बढ़ाने का रुख अपनाया है। (Financial Year) इन सब के अलावा भी अप्रैल की शुरुआत के साथ ही कई चीज़ों के दामों में भी उतार- चढ़ाव देखने को मिला है| (Loan Become Costlier & EMI Will Also Increase In New Financial Year)
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