अखिल भारतीय किसान सभा सिरसा ने सोमवार को शहीद उधम सिंह (Udham Singh) को याद करते हुए उनकी जयंती पर सेमिनार का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान सभा जिला नेता सुरजीत ऐलनाबाद और संचालन हमजिंदर ने किया। किसान सभा जिला संयोजक हमजिंदर सिद्धू ने बताया कि 26 दिसंबर को शहीद ऊधम सिंह की जयंती होती है, जिसके उपलक्ष्य में अखिल भारतीय किसान सभा ने खैरपुर स्थित कामगार भवन में सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता किसान सभा राज्य प्रधान बलबीर सिंह ने कहा कि उधम सिंह हमारे उन प्रमुख शहीदों में से है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना आजादी के आंदोलन में कूद पड़े।
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उधम सिंह का पूरा जीवन देश की आजादी को समर्पित रहा। उन्होंने लंदन जाकर जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया और फांसी पर चढ़ते वक्त अपना परिचय राम मोहमद सिंह आजाद के तौर पर दिया। उनका ये परिचय अंग्रेजों की फूट डालो राज करो की नीति के खिलाफ था। मुख्य वक्ता ने जोर देते हुए कहा कि जैसे गौरे अंग्रेज भारत में अपने राज को बनाए रखने के लिए लोगों में फूट डालते थे, उसी तरह आज की भाजपा सरकार देश की जनता में जाति और धर्म का जहर घोल रही है।
किसानों-मजदूरों के मुद्दों को हल करने की बजाय कॉरपोरेट घरानों को मालामाल कर रही है। उनके हजारों करोड़ों के कर्जे माफ किए जा रहे हैं। खेती को कॉरपोरेट कंपनियों के हवाले करने के लिए तीन कृषि कानून बनाए गए, जिसके खिलाफ किसानों को 13 महीने तक आंदोलन करना पड़ा। उसके बाद भी लंबित मुद्दों का समाधान नहीं कर रही। (Udham Singh)
सेमिनार के बाद किसान सभा ने स्थानीय किसानों की समस्याओं पर चर्चा की और 27 दिसंबर को कपास की सरकारी खरीद के लिए मार्केट कमेटी सचिव को ज्ञापन देने पर विचार किया गया। किसान सभा मंगलवार को भी जिला भर में सदस्यता अभियान चलाते हुए गावों में भी शहीद उधम सिंह की जयंती मनाएगी। इस मौके पर राज्य महासचिव सुमित दलाल, सतनाम कंबोज धनुर, बलिंदर भरोखां, राजेंद्र रूपावास, इंद्रजीत सिंह, बलवीर कौर एडवोकेट, मीनाक्षी, दर्शना, शिमला, कृपाशंकर त्रिपाठी, वीरपाल कौर सहित काफी लोग शामिल रहे।