भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहादत दिवस हम सभी को भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले हमारे बहादुरों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह उनके बलिदानों को प्रतिबिंबित करने और स्वतंत्रता, न्याय और समानता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का समय है, जिसके लिए उन्होंने इतनी बहादुरी से लड़ाई लड़ी। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी विरासत जीवित रहे और भविष्य की पीढ़ियों को बेहतर भारत के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करती रहे। कॉलेज प्रशासन ने इस अवसर को चिह्नित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया, जैसे कि कर्मचारियों और छात्रों द्वारा पोस्टर बनाना, देशभक्ति गीत, भाषण शामिल था । (Martyrdom Day)
परिसर निदेशक डॉ. एस.एस. बिंद्रा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शहादत दिवस न केवल शोक का दिन है बल्कि हमारे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का दिन भी है। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की कुर्बानी आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अतुलनीय है और उनकी विरासत को भारत के प्रत्येक नागरिक द्वारा बनाए रखा जाना चाहिए। डॉ. बिंद्रा ने आगे कहा कि उनकी स्मृति को जीवित रखना आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ियां उनकी वीरता और साहस से प्रेरणा ले सकें। उन्होंने जोर देकर कहा कि संस्थान न केवल इन महान नायकों की शहादत का स्मरण कर रहा है बल्कि उनके जीवन और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान के लिए श्रद्धांजलि भी दे रहा है। (Martyrdom Day)
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?