पंचकूला 18 सितंबर 2022। विश्वास फाउंडेशन (Mata Mansa Devi) द्वारा पंचकूला में आज दो रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। एक रक्तदान शिविर स्वर्गीय साध्वी मुक्ता विश्वास जी की याद में मार्केट सेक्टर 25 पंचकूला में लाइफ स्टाइल नीड्स व नीड्स के सहयोग से लगाया गया। रक्तदान शिविर को सफल बनाने में जितेंद्र कुन्द्रा, ललित कुन्द्रा, मीनू कुन्द्रा, सुधा कुन्द्रा, शिवम कुन्द्रा, चेतन कुन्द्रा व मार्केट के सदस्यों का सहयोग अति सराहनीय रहा। इसके साथ साथ आज 600 लोगों के लिए कड़ी, चावल का लंगर भी लगाया गया। जो की मार्केट सेक्टर 25 व माजरी चौक पंचकूला में वितरित किया गया।
दूसरा रक्तदान शिविर माता मनसा देवी परिसर में श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के सहयोग से लगाया गया। इन दोनों रक्तदान शिविरों में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी जिला शाखा पंचकूला ने एहम भूमिका निभाई। आजकल गर्मियों व डेंगू की वजह से अस्पतालों में रक्त व प्लेटलेट्स कॉमपोनेन्टस की भारी मात्रा में कमी चल रही है इसी को देखते हुए रक्तदान शिविर आयोजित किया गया।
विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि मार्केट सेक्टर 25 पंचकूला में आयोजित किए गए रक्तदान शिविर का उद्घाटन पंचकूला के महापौर श्री कुलभूषण गोयल के करकमलों द्वारा रिबन काटकर किया गया। उन्होंने रक्तदाताओं को बैज लगाकर उनकी हौंसला अफजाई भी की। ब्लड बैंक पीजीआई चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर दीपिका की देखरेख में 54 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया।
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Mata Mansa Devi परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर में ब्लड बैंक सिविल अस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला की टीम ने डॉक्टर अमित सम्मी की देखरेख में 30 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया गया। दोनों शिविरों में 104 लोगों ने रक्तदान करने के लिए पंजीकृत करवाया। डॉक्टरों द्वारा 20 को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया। दोनों शिविरों में कुल 84 यूनिट्स रक्त एकत्रित हुआ।
महापौर कुलभूषण गोयल ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है। रक्त ही एकमात्र ऐसा पदार्थ है जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री में नहीं किया जा सकता।
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जितेंद्र कुन्द्रा व ललित कुन्द्रा ने बताया कि केवल स्वयं अपनी मर्जी से रक्तदाताओं द्वारा रक्तदान करने से ही रक्त की कमी पूरी की जा सकती है। पहले रक्तदान जब जरूरत होती थी तब किया जाता था। अब तो कई लोग ऐसे भी हैं, जो जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर भी रक्तदान करते हैं। रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा दान है, जिससे मनुष्य ना जाति देखता है ना धर्म देखता। यह मनुष्य के लिए जीवन का सबसे पुनीत कार्य है। रक्तदान करके ही हम जरूरतमंदों की जान बचा सकते हैं।
इन दोनों रक्तदान शिविरों में आए सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से मंजूला गुलाटी, पवन मनचन्दा, हर्ष मनचन्दा, अविनाश शर्मा, वर्षा शर्मा, श्यामसुन्दर साहनी, सविता साहनी, प्रदूमन बरेजा, आशीष सिंगला, रजनीश सिंगला, मुलखराज मनोचा, रमेश सक्सेना व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।