अयोध्या। शहर के बहुचर्चित महिला शिक्षक हत्याकांड का पुलिस ने अनावरण कर दिया है। घटना का रहस्योद्धाटन काफी चौंकाने वाला है। शिक्षक को उसके नाबालिग प्रेमी ने मौत के घाट उतारा था। एक माह तक चली जांच के बाद पुलिस ने रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की आयु 17 वर्ष बताई गई है, जो महिला शिक्षक के मायके के निकट रहता है।
रविवार को डीआईजी एपी सिंह एवं एसएसपी शैलेश पांडेय ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में घटना का अनावरण किया। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में अपचारी ने बताया कि महिला शिक्षक से उसका परिचय वर्ष 2019 में हुआ था। दोनों के बीच काफी निकटता थी। स्वजनों की उपस्थिति में दोनों एक-दूसरे के घर मुलाकात भी करते थे। निकटता अधिक बढ़ने पर अपचारी को अपने परिवार का डर सताने लगा। वह संबंध तोड़ना चाहता था।
महिला शिक्षक की ओर से दबाव बढ़ता देख आरोपी ने उनकी हत्या करने का षड़यंत्र रचा। साजिश के तहत गत एक जून को जब महिला शिक्षक का पति और मां बैंक गए हुए थे उसी समय आरोपी महिला के घर पहुंचा। सोफे पर बैठकर वार्ता के बीच आरोपी ने नोंकदार हथियार से महिला शिक्षक पर हमला कर दिया। महिला शिक्षक की मौत के बाद घटना को लूट का रूप देने के लिए आलमारी तोड़ कर उसमें से गहने एवं 50 हजार रुपये पार कर दिए। एसएसपी ने बताया कि इस घटना में सबसे बड़ी चुनौती हत्या करने वाले की पहचान को लेकर थी।
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे संदिग्ध का चेहरा स्पष्ट नहीं था, लेकिन उसकी टी-शर्ट की प्रिंट साफ नजर आ रही थी। इसी के आधार पर कपड़ा व्यापारियों के साथ-साथ आनलाइन खरीदारी करने वाली कंपनियों से भी संपर्क किया गया। एक आनलाइन कंपनी की ओर से संबंधित प्रिंट की टी-शर्ट खरीदने वाले का विवरण उपलब्ध कराया गया, जिसमें एक पता अपचारी का भी निकला। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपचारी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। लूटे गए गहने एवं नगदी भी बरामद कर ली गई है। कुछ नकदी से अपचारी ने अपने लिए खरीदारी भी की थी।