सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा (Gopal Kanda) और उनके अनुज वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने संसद हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्र सदैव उनके अनुकरणीय साहस, वीरता और सर्वोच्च बलिदान का ऋणी रहेगा।
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शहीदों को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि शहीदों का साहस और बलिदान देश की स्मृति में हमेशा अंकित रहेगा। उनकी सेवा, बहादुरी और बलिदान को यह देश कभी नहीं भूल पाएगा। उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2001 को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने संसद पर हमला किया था।
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इस हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिलाकर्मी और संसद के दो कर्मी सहित नौ लोग शहीद हुए थे। बहादुर सुरक्षाकर्मियों ने देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व को खत्म करने और हमारे लोकतंत्र के मंदिर को नुकसान पहुंचाने की आतंकवादियों की नापाक साजिश को नाकाम कर दिया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सदैव उनके अनुकरणीय साहस, वीरता और सर्वोच्च बलिदान का ऋणी रहेगा। (Gopal Kanda)