ढाका। बांग्लादेश में विनाशकारी बाढ़ के कारण पच्चीस लोगों की मौत हो गई। रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में 40 लाख से अधिक लोग फंसे हुए हैं, जिससे मानवीय संकट पैदा हो गया है। बता दें बाढ़ बुधवार (15 जून) को उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में भारी बारिश और भारत के मेघालय और असम के अपस्ट्रीम में एक फ्लैश बाढ़ के परिणामस्वरूप शुरू हुई थी, जहां क्षेत्रों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई थी।
बांग्लादेश में बाढ़ से जन-जीवन हुआ बेहाल
स्थानीय मीडिया ने शनिवार को बताया कि सिलहट और सुनामगंज जिलों में बाढ़ की स्थिति बिगड़ती जा रही है, जबकि अन्य जिले बाढ़ के कगार पर हैं। तो वही डेली स्टार के अनुसार, सिलहट में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र गोवाईघाट, कंपानीगंज, कनीघाट, जयंतियापुर, सिलहट सदर, जकीगंज, बिश्वनाथ, गोलापगंज और बेनीबाजार हैं। सुनामगंज जिले में छटक, दोवाराबाजार, सुनामगंज सदर, डेराई, मध्यनगर, बिश्वंबरपुर, धर्मपाशा, ताहिरपुर और जमालागंज सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं।
इसके अलावा, हबीगंज जिले के अजमीरीगंज, नबीगंज, हबीगंज सदर उपजिला और हबीगंज कस्बे शुक्रवार को बाढ़ की चपेट में आ गए। मौलवीबाजार में भारी बारिश से जिले के निचले इलाकों में भी पानी भर गया है। पूर्वानुमानकर्ताओं का दावा है कि अगले दो दिनों के भीतर बांग्लादेश और भारत के उत्तर पूर्व में अपस्ट्रीम में बाढ़ तेज होने की उम्मीद है।
मूसलाधार बारिश मचा रही असम में तबाही
असम में 1.23 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी ने कई तटबंधों और सड़कों को नष्ट कर दिया है और जिले में कई घर बह गए हैं। जिले के पश्चिम नलबाड़ी, घोगरापार, बरभाग, नलबाड़ी, तिहू, बनेकुची और बरखेत्री राजस्व मंडलों में बाढ़ का कहर जारी है और 203 गांव जलमग्न हो गए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में मूसलाधार बारिश के बाद, जिले की कई नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है और 1,891.80 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न हो गई है। पिछले 24 घंटे में जिले में दो लोगों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। जिले में लगभग 1.61 लाख पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं।