बहराइच। बेटी के गलत आचरण से क्षुब्ध मां ने अपने भाई व दामाद के साथ मिलकर सुनियोजित ढंग से हत्या कराकर साक्ष्य मिटाने के लिए शव को घाघरा नदी में फेंक दिया था। पुलिस के मुताबिक तबस्सुम की मां शहरुननिशा निवासी बैजाफ्त आगापुर थाना जरवलरोड ने सुनियोजित ढंग से अपने दामाद कदीर अहमद जो मुंबई में रहकर मजदूरी करता था।
शहरुननिशा ने जिसे बीते सात मार्च को बुलाकर मोहम्मद रईश अहमद निवासी टाडे चतुर सरैया टड़वासराय कनहर थाना कैसरगंज के माध्यम से अपनी लड़की तबस्सुम को गांव के बाहर भेजा। जहां उसका पति कदीर अहमद पहले से मौजूद था। तबस्सुम को उसका मामा मो. रईश तथा कदीर अहमद साथ घाघराघाट नदी रेलवे पुल के उत्तर दिशा में सुनसान स्थान पर ले गए और पत्थर से मारकर हत्या कर दी।
शव को चादर में लपेट कर उसी पत्थर से बांध कर घाघरा नदी में फेंक दिया। बीते 19 मई को पंजीकृत अभियोग के राजफाश के लिए पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने स्थानीय पुलिस को निर्देश दिए थे। अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह व क्षेत्राधिकारी कैसरगंज कमलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने 14 जुलाई को नामित अभियुक्त कदीर अहमद को पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया। उसने पूरा घटनाक्रम कुबूल दिया।
पुलिस ने घटना का सफल अनावरण करते हुए अभियुक्त कदीर अहमद, शहरुननिंशा निवासीगण बैजाफ्त आगापुर थाना जरवलरोड, मो. रहीश निवासी टाडे चतुरसरैया टड़वासराय कनहर थाना कैसरगंज को जेल भज दिया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक अनिल कुमार, त्रिलोकीनाथ मौर्य, सिपाही उमाशंकर, रत्नेश यादव, गोपाल, धर्मेंद्र प्रजापति, दिग्विजय यादव, शिवम मिश्र, महिला आरक्षी पायल पांडेय, आरक्षी चंद्रकेश थाना जरवलरोड, प्रभारी स्वाट/सर्विलांस टीम, मोबाइल फोरेंसिक टीम शामिल रही।