Collision : NASA कराएगा एस्टेरोइड से स्पेसक्राफ्ट की भीषण टक्कर
  • About Us
  • Advertisements
  • Terms
  • Contact Us
Saturday, July 5, 2025
NavTimes न्यूज़
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs
No Result
View All Result
Nav Times News
No Result
View All Result
Home अंतर्राष्ट्रीय

NASA कराएगा एस्टेरोइड से स्पेसक्राफ्ट की भीषण टक्कर, क्या चूकने पर पृथ्वी होगी समाप्त!

नवटाइम्स न्यूज़ by नवटाइम्स न्यूज़
September 24, 2022
in अंतर्राष्ट्रीय
0
Collision

लंदन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) के डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) अंतरिक्ष यान 26 सितंबर को 24,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से एक क्षुद्रग्रह (Asteroid) से टकराएगा। डार्ट को नवंबर 2021 में पृथ्वी से लान्च किया गया था। यह एक बस के आकार जैसा है। इसे एक खतरनाक क्षुद्रग्रह से पृथ्वी की रक्षा करने की हमारी क्षमता का परीक्षण करने और साबित करने के लिए बनाया गया था। (Collision)

पृथ्वी के करीब है क्षुद्रग्रह

11 मिलियन किलोमीटर दूर से किसी लक्ष्य पर सीधा प्रहार करना आसान नहीं है। क्षुद्रग्रह को वास्तव में नासा(NASA) द्वारा इसलिए चुना गया था क्योंकि यह अपेक्षाकृत पृथ्वी के करीब है। यह इंजीनियरों को प्रभाव से पहले अंतिम चरण में खुद को संचालित करने के लिए अंतरिक्ष यान की क्षमता का परीक्षण करने का अवसर देगा, क्योंकि यह स्वायत्त रूप से दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा।

डिमोर्फोस क्या है?

लक्ष्य क्षुद्रग्रह को डिमोर्फोस कहा जाता है। यह 163 मीटर व्यास वाला एक पिंड है जो डिडिमोस नामक 780 मीटर चौड़े क्षुद्रग्रह की परिक्रमा कर रहा है। ‘बाइनरी क्षुद्रग्रह प्रणाली’ इसलिए चुना गया क्योंकि डिमोर्फोस डिडिमोस के चारों ओर कक्षा में है, जिससे इसकी कक्षा में परिणामी परिवर्तन के कारण प्रभाव के परिणाम को मापना आसान हो जाता है। हालांकि, डिमोर्फोस सिस्टम से वर्तमान में पृथ्वी के लिए कोई जोखिम नहीं है। (Collision)

महत्वपूण है विक्षेपण

उपयोग की जा रही तकनीक को ‘गतिज प्रभाव’ (Kinetic Impact) कहा जाता है, जो क्षुद्रग्रह की कक्षा में दुर्घटनाग्रस्त होकर उसकी कक्षा को बदल देगा। एक छोटा सा विक्षेपण (Deflection) यह साबित करने के लिए पर्याप्त हो सकता है कि यह तकनीक वास्तव में पृथ्वी के साथ टकराव पथ पर क्षुद्रग्रह के पथ को बदल सकती है

तीन टन टीएनटी के बराबर होगा प्रभाव

डार्ट अंतरिक्ष यान टक्कर से पूरी तरह से धराशायी होने वाला है क्योंकि इसका प्रभाव लगभग तीन टन टीएनटी के बराबर होगा। इसकी तुलना में हिरोशिमा पर गिराया गया परमाणु बम 15,000 टन टीएनटी के बराबर था।

क्यूबसैट क्या है?

सौभाग्य से, डार्ट अंतरिक्ष यान अपनी खोज पर अकेले यात्रा नहीं कर रहा है, यह एलआईसीआईएक्यूब, एक जूते के आकार का मिनी अंतरिक्ष यान ले जा रहा है, जिसे क्यूबसैट के रूप में जाना जाता है, जिसे इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कंपनी अर्गोटेक द्वारा विकसित किया गया है। यह हाल ही में डार्ट अंतरिक्ष यान से अलग हुआ है और अब 55 किमी की सुरक्षित दूरी पर प्रभाव देखने के लिए स्वयं यात्रा कर रहा है। (Collision)

इससे पहले कभी भी क्षुद्रग्रहों के आसपास क्यूबसैट संचालित नहीं हुआ है, इसलिए यह भविष्य में अंतरिक्ष की खोज के नए संभावित तरीके प्रदान करता है। यह टेलीस्कोप के जरिए पृथ्वी से भी असर देखा जाएगा। इन विधियों से वैज्ञानिकों को यह पुष्टि करने में मदद मिलेगी कि आपरेशन सफल रहा है या नहीं। हालांकि, LICIACube को सभी छवियों को पृथ्वी पर वापस भेजने में सप्ताह लग सकते हैं।

आगे क्या होगा?

जांच टीम हादसे के बाद के हालात की जांच करेगी। इन वैज्ञानिकों का लक्ष्य डिडिमोस के चारों ओर डिमोर्फोस की गति में होने वाले परिवर्तनों को उसकी कक्षीय अवधि को देखकर मापना होगा। यही वह समय है जिसके दौरान डिमोर्फोस डिडिमोस के सामने और पीछे से गुजरता है, जो हर 12 घंटे में होगा।(NASA)

ग्राउंड टेलिस्कोप का लक्ष्य डिमोर्फोस के ग्रहण की छवियों को कैप्चर करना होगा। एक महत्वपूर्ण पर्याप्त विक्षेपण का कारण बनने के लिए, डार्ट को प्रभाव के बाद कम से कम 73-सेकंड की कक्षीय अवधि में परिवर्तन करना होगा। ये माप अंततः निर्धारित करेंगे कि संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह को हटाने में ‘गतिज प्रभाव’ तकनीक कितनी प्रभावी है।

डिमोर्फोसिस कितना मजबूत है, इस बारे में बड़ी अनिश्चितता ने बुलेट अंतरिक्ष यान को डिजाइन करना वास्तव में एक बहुत बड़ी इंजीनियरिंग चुनौती बना दिया है। जमीनी अवलोकन के आधार पर, डिडिमोस प्रणाली को कई अलग-अलग चट्टानों से बने मलबे के ढेर होने का संदेह है, लेकिन इसकी आंतरिक संरचना अज्ञात है। प्रभाव के परिणाम के बारे में भी बड़ी अनिश्चितताएं हैं। (Collision)

भविष्य के मिशन

क्षुद्रग्रह प्रणाली की खोज डार्ट के साथ समाप्त नहीं होगी। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी 2024 में हेरा मिशन लॉन्च करने के लिए तैयार है। डिमोर्फोस पर डार्ट प्रभाव के कारण होने वाली विकृतियों को देखकर, हेरा अंतरिक्ष यान इसकी संरचना और गठन की बेहतर समझ हासिल करेगा। डिडिमोस और डिमोर्फोस जैसी वस्तुओं के आंतरिक गुणों का ज्ञान हमें उस खतरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा जो प्रभाव की स्थिति में पृथ्वी पर हो सकता है।(NASA)

आखिरकार, इस मिशन के सबक उच्च-वेग प्रभाव के यांत्रिकी को सत्यापित करने में मदद करेंगे। क्षुद्रग्रहों के बारे में जितना हो सके उतना पता लगाने से हमें यह समझने में मदद मिलेगी कि उन्हें विक्षेपित करने के लिए हमें उन्हें किस बल से मारने की आवश्यकता है। डार्ट मिशन ने ग्रहों की रक्षा के वैश्विक मुद्दे को हल करने की उम्मीद में वैज्ञानिकों के बीच विश्वव्यापी सहयोग का नेतृत्व किया है। (Collision)

Tags: CollisionDART missionDidymosNASANASA new missionNASAs DART mission
Advertisement Banner Advertisement Banner Advertisement Banner
नवटाइम्स न्यूज़

नवटाइम्स न्यूज़

Recommended

MBBS

MBBS में एडमिशन के नाम पर डॉक्टर से ठगे ₹32 लाख, सुनिए पूरी कहानी

3 years ago
Spot

खुशी कपूर और न्यासा देवगन रेस्टोरेंट के बाहर हुईं Spot, पैपराजी को पोज नहीं देने पर यूजर्स बोले- इनको किस बात का एटीट्यूड है!

3 years ago
Facebook Twitter Instagram Pinterest Youtube Tumblr LinkedIn

Nav Times News

"भारत की पहचान"
Phone : +91 7837667000
Email: navtimesnewslive@gmail.com
Location : India

Follow us

Recent News

आईआईएफएल

आईआईएफएल होम फाइनेंस ने भुज में ग्रीन होमओनर्स का सम्मान किया

July 4, 2025
स्कूलों की स्थिति

स्कूल सीरीज: यूपी-एमपी के शासकीय स्कूलों की जमीनी हक़ीकत उजागर कर रहा बुंदेलखंड 24×7

July 4, 2025

Click on poster to watch

Bhaiya ji Smile Movie
Bhaiya ji Smile Movie

© 2021-2025 All Right Reserved by NavTimes न्यूज़ . Developed by Msasian Entertainment (MS GROUPE)

No Result
View All Result
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs

© 2021-2025 All Right Reserved by NavTimes न्यूज़ . Developed by Msasian Entertainment (MS GROUPE)