सिरसा: 19 अक्तूबर: ।(सतीश बंसल इंसां )पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के सहयोग से पंजाबी साहित्य अकाडमी, लुधियाना के तत्वावधान में 28 अक्तूबर को पंचायत भवन, सिरसा में राष्ट्रीय सेमिनार (National Seminar) का आयोजन किया जा रहा है। यह निर्णय पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के अध्यक्ष परमानंद शास्त्री व पंजाबी साहित्य अकाडमी, लुधियाना के उपाध्यक्ष डा. हरविंदर सिंह सिरसा की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में लिया गया। यह जानकारी देते हुए पंजाबी साहित्य अकाडमी, लुधियाना के उपाध्यक्ष एवं सेमिनार संयोजक डा. हरविंदर सिंह सिरसा व पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के सचिव सुरजीत सिरड़ी ने बताया कि ‘समकाल और पंजाबी साहित्य’ से संबंधित इस राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ (प्रलेस) के राष्ट्रीय महासचिव डा. सुखदेव सिंह ‘समकाल में लेखक की सामाजिक जवाबदेही’ विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।
इस सेमिनार (National Seminar) में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से प्रो. सरबजीत सिंह ‘पंजाबी समाज, ऐतिहासिक चुनौतियाँ एवं साहित्य’ विषय पर, गुरु हरगोबिंद पीजी कॉलेज, श्री गंगानगर के प्राचार्य डा. संदीप सिंह मुंडे ‘राजस्थान: पंजाबी भाषा एवं सांस्कृतिक परिदृश्य’ विषय पर, प्रसिद्ध कवि एवं प्रबुद्ध चिंतक डा. रतन सिंह ढिल्लों ‘हरियाणा: पंजाबी भाषा, साहित्य एवं सांस्कृतिक परिदृश्य’ विषय पर व हरियाणा प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष डा. सुभाष मानसा ‘सभ्याचारक अंतःसंवाद एवं हरियाणा का पंजाबी साहित्य’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। इस राष्ट्रीय सेमिनार की अध्यक्षता पंजाबी साहित्य अकाडमी, लुधियाना के अध्यक्ष डा. लखविंदर सिंह जौहल, पूर्व अध्यक्ष प्रो. गुरभजन सिंह गिल, डा. सुखदेव सिंह सिरसा व महासचिव डा. गुरइकबाल सिंह करेंगे।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
इस राष्ट्रीय सेमिनार (National Seminar) में सहभागिता दर्ज़ करवाने वाले विद्यार्थियों, शोध-विद्यार्थियों, अध्यापकों, प्राध्यापकों को सहभागिता प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। पंजाबी साहित्य अकाडमी, लुधियाना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. श्याम सुंदर दीप्ती, उपाध्यक्ष डा. हरविंदर सिंह सिरसा, पंजाबी लेखक सभा, सिरसा के अध्यक्ष परमानंद शास्त्री व सचिव सुरजीत सिरड़ी ने विद्यार्थियों, अध्यापकों एवं अन्य प्रबुद्धजन से 28 अक्तूबर को प्रातः 10 बजे प्रारंभ होने वाले इस राष्ट्रीय सेमिनार में अधिक से अधिक संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाने हेतु नम्र-निवेदन किया है।