पूर्व क्रिकेटर, कमेंटेटर, कॉमेडियन , कांग्रेस पार्टी के प्रेसिडेंट Navjot Singh Sidhu को एक साल की जेल हो गयी है. आज सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिंह को एक साल की सख्त सज़ा सुना दी. सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को 34 साल पुराने मामले में सजा सुनाई है. सिद्धू ने एक लड़ाई के दौरान एक बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया था. चार साल पहले दिए अपने फैसले को बदलते हुए कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है. सिद्धू को आज ही जेल जाना होगा या फिर खुद को सरेंडर करना होगा. सिद्धू को एक साल तक पटियाला जेल में अपनी सजा पूरी करनी पड़ेगी.
Navjot Singh Sidhu ने ट्वीट कर कहा ‘कानून का फैसला स्वीकार’…
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए एक साल की सज़ा के फैसले पर सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा की “‘कानून का फैसला स्वीकार”. सिद्धू कोर्ट के फैसले के बाद अपने पटियाला वाले घर पर आ गए है. सिद्धू अपने घर पर अपनी लीगल टीम से आगे कौन सा कदम लिया. इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं. आज जिस वक़्त सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सज़ा का फैसला सुना रही थी उस समय सिद्धू हाथी पर बैठकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ महंगाई पर प्रदर्शन कर रहे थे. इस से पहले सिद्धू ने सितंबर 2018 में सजा के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर की थी.
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27 दिसंबर 1988 को हुआ था, बुजुर्ग से झगड़ा…
यह मामला सन् 1988 का है जब Navjot Singh Sidhu ने पटियाला की एक पार्किंग में कार पॉर्किंग को लेकर 65 साल के गुरनाम सिंह नामक बुजुर्ग व्यक्ति से झगड़ा हो गया था. जिस के चलते दोनों के बीच बात हाथापाई तक जा पहुंची थी. सिद्धू ने आवेश में आकर बुजुर्ग गुरनाम सिंह को मुक्का मार दिया. उस के बाद गुरनाम सिंह की मौत हो गयी थी. पुलिस ने नवजोत सिंह सिद्धू और उनके दोस्त रुपिंदर सिंह सिद्धू के खिलाफ गैर – इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है.
जेल में सिद्धू के सामने होंगे कट्टर विरोधी मजीठिया …
Navjot Singh Sidhu के पास अब जेल से बचने के लिए कोई तरीका नज़र नहीं आ रहा है. सिद्धू को हर हालत में जेल जाना ही पड़ेगा. पंजाब सरकार जल्द उनकों पटियाला जेल भेज सकती हैं. पटियाला जेल में अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया भी ड्रग्स केस में बंद हैं. ऐसे में अगर सिद्धू को भी यहां भेजा गया तो फिर जेल में उनका सामना मजीठिया से हो सकता है।