सिरसा।(सतीश बंसल इंसां ) श्री युवक साहित्य सदन के स्थापना दिवस पर संगीत उत्सव (Indian Culture) एवं संगीतकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक एवं महानिदेशक जेसीडी विद्या पीठ डा. कुलदीप सिंह ढींडसा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। रियाज म्यूजिक एकेडमी के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की और उसके बाद युवा कलाकार पीयूष कुमार ने ठुमरी गायन से कार्यक्रम आगे बढ़ाया।
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सदन के उपप्रधान सुभाष शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। दिल्ली से आए शास्त्रीय संगीत के प्रख्यात कलाकार सर्वश्रेष्ठ मिश्रा ने करीब एक घंटे तक सुगम व शास्त्रीय रचनाएं प्रस्तुत (Indian Culture) कर के कार्यक्रम को नये आयाम तक पहुंचा दिया। उनकी दस थाठ राग परिचय रचना ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और सदन बार-बार तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंजता रहा। उनके साथ हारमोनियम पर रियाज़ म्यूजिक एकेडमी के निदेशक राज वर्माए तानपुरा पर पीयूष कुमार व शहाबुद्दीन व तबले पर सुकांत कृष्ण ने संगत की।
गाजियाबाद से आए प्रतिष्ठित तबला वादक सुकांत कृष्ण ने एकल वादन में श्रोताओं को अपने हर सम पर ताली बजाने पर विवश किया। डा. ढींडसा ने कहा कि ऐसे आयोजन हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं। भारतीय संस्कृति एक महान परंपरा है, जिसे नये कलाकार साहित्यकार स्मृद्ध कर रहे हैं। उन्होंने सदन के स्थापना दिवस (Indian Culture) की बधाई दी एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा इस संस्था का भविष्य उज्जवल है। उन्होंने सिरसा में बरसों तक संगीत साधना करने वाले दिवंगत संगीतकारों को सम्मानित किया जिनके परिवार सदस्यों ने यह सम्मान ग्रहण किया।
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सदन के प्रधान प्रवीण बागला ने आयोजन उद्देश्य पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। युवा कलाकारों में संतोष, हैप्पी रानियां व गायत्री पंवार ने शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर अमित गोयल, राज वर्मा, महेश सुरेकां, शील कौशिक, रेणुका प्रवीण, सुरेश बरनवाल, डा. राधेश्याम शर्मा, डा. सोमानी, डा. आर एम अरोड़ा, डा. छिंपा, डा. पंकज गुप्ता, गंगाधर वर्मा, महेश शर्मा, डीपीएस प्रिंसिपल डा. रमा दहिया, भजन गायिका संतोष बैनीवाल, डा. गुरप्रीत छिंदरा, पवन कुमार गुप्ता, सुरेन्द्र जैन, रूप देवगुण, ज्ञान प्रकाश पीयूष, राजकुमार निजात सहित बड़ी संख्या में संगीत व साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।