नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि सरकार सड़क परियोजनाओं के लिए धन जुटाने को लेकर इस महीने पूंजी बाजार का रुख करेगी। उन्होंने गुरुवार को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) का टोल राजस्व अगले तीन साल में सालाना 40,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इस महीने सड़क परियोजनाओं के लिए मैं धन जुटाने को लेकर पूंजी बाजार का रुख करूंगा। टोल से हमारी आय बहुत अच्छी है और एनएचएआइ की रेटिंग एएए है। मुझे सौ प्रतिशत भरोसा है कि हमें पूंजी बाजार से अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी।’ गडकरी ने कहा कि बीमा और पेंशन कोष ने भारत की सड़क परियोजनाओं में निवेश करने में रुचि दिखाई है क्योंकि ये परियोजनाएं आर्थिक रूप से व्यवहार्य हैं। उन्होंने पिछले महीने कहा था कि बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट्र (इनविट्स) के जरिये पैसा जुटाया जाएगा और खुदरा निवेशकों के लिए 10 लाख रुपये की निवेश सीमा होगी।
लागत पर नहीं गुणवत्ता पर ध्यान दें वाहन विनिर्माता
उधर, सियाम के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए (Nitin Gadkari) गडकरी ने कहा कि वाहना उद्योगों को लागत की बजाय गुणवत्ता पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वाहन निर्माताओं को लागत कम करने, आयात कम करने और निर्यात बढ़ाने के लिए नई तकनीक अपनानी चाहिए। उद्योगपति साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर छिड़ी बहस की पृष्ठभूमि में उन्होंने यह बात कही। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के 62वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए गड़करी ने कहा कि वाहन विनिर्माताओं को लागत घटाने, ग्राहकों को और सुविधाएं देने, आयात घटाने और निर्यात बढ़ाने के लिए नई प्रौद्योगिकियां अपनानी चाहिए। गडकरी ने कहा, ‘‘वाहन क्षेत्र के अपने मित्रों से मैं कहता हूं कि उन्हें लागत के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि लोगों की पसंद बदल रही है।’’
स्क्रैप पॉलिसी पर कही यह बात
वाहन कबाड़ नीति का जिक्र करते हुए गडकरी कहा कि परिवहन एवं इस्पात मंत्रालय वित्त मंत्रालय से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती का अनुरोध करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वित्त मंत्री से अनुरोध करेंगे कि पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने के बाद नए वाहन की खरीद पर जीएसटी कम किया जाए। उन्होंने कहा कि वाहन विनिर्माता लोगों को पुराने वाहन को कबाड़ में देने के एवज में नए वाहन की खरीद पर कुछ छूट की पेशकश भी कर सकते हैं।