अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने अपनी ‘आइज ऑन द सोलर सिस्टम’ वेबसाइट को अपडेट किया है। यह वेबसाइट अंतरिक्ष के प्रति उत्साही लोगों को ‘ब्रह्मांड और उसके अन्वेषण अंतरिक्ष यान की खोज’ करने की अनुमति देती है। वेबसाइट के आगंतुक 1950 से 2050 तक ग्रहों, उनके चंद्रमाओं, क्षुद्रग्रहों, धूमकेतु और अंतरिक्ष यान का पता लगा सकते हैं। वेबसाइट अपने आगंतुकों को नासा के अंतरिक्ष यान की लैंडिंग का अनुकरण करने की भी अनुमति देती है, जिसमें नासा द्वारा मंगल पर भेजे गए पर्सवेरेंस रोवर भी शामिल है।
‘आइज़ ऑन द सोलर सिस्टम’ वेबसाइट के लॉन्च से ‘आर्टेमिस I’ मिशन पर नज़र रखने में भी मदद मिलेगी। इस महीने के अंत तक मिशन को शुरू करने के प्रयास किए जाएंगे। वेबसाइट में अपडेट उसी से संबंधित लगता है।
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NASA ने आईज ऑन द सोलर सिस्टम वेबसाइट पर कहा कि वास्तविक प्रक्षेपवक्र डेटा का उपयोग करके, लोग सौर मंडल की खोज से प्रसिद्ध क्षणों को पुनः प्राप्त कर सकते हैं या आने वाले रोमांचक क्षणों का पूर्वावलोकन कर सकते हैं। इस अपडेट को सबसे पहले HotHardware ने स्पॉट किया था। आर्टेमिस I मिशन के 23 सितंबर से 27 सितंबर के बीच लॉन्च होने की उम्मीद है। इसी बीच 26 सितंबर को नासा एक बड़ा मिशन भी अंजाम देगा, जिसके तहत वह एक क्षुद्रग्रह से डार्ट (डबल एस्टेरॉयड रिडायरेक्शन टेस्ट) अंतरिक्ष यान से टकराएगा। DART अंतरिक्ष यान जानबूझकर Dimorphos में दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा। डिमोर्फोस एक छोटा क्षुद्रग्रह उपग्रह है जिसे वर्ष 2003 में खोजा गया था। यह क्षुद्रग्रह डिडिमोस का चंद्रमा है।
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डिमोर्फोस से पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है, लेकिन दुनिया में पहली बार इसकी गतिज प्रभाव तकनीक का परीक्षण किया जा रहा है। इसके तहत क्षुद्रग्रह को क्षुद्रग्रह से टकराकर विक्षेपित किया जाएगा, जिससे पृथ्वी की रक्षा की जा सके। जहां तक आर्टेमिस 1 मिशन की बात है तो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने अब तक दो असफल प्रयास किए हैं। नासा के एसएलएस रॉकेट के साथ तकनीकी समस्याओं के कारण आर्टेमिस 1 मिशन में देरी हुई है। इस मिशन के तहत नासा एक बार फिर चांद पर मिशन शुरू करने जा रहा है। इसका मकसद भविष्य में इंसानों को लंबे समय तक चांद पर ले जाना है।