सिरसा। (सतीश बंसल) हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने (Curb on Drugs) कहा कि बढता नशा बेहद गंभीर व चिंतनीय विषय है, इस पर अंकुश के लिए हर अधिकारी व समाज के प्रबुद्ध लोग मिशन मोड पर काम करना होगा। इसके साथ-साथ नशा पीडि़तों को उपचार के लिए प्रेरित करते हुए उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोडऩा होगा। सभी एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में निरंतर नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करवाएं और समय समय पर नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण भी करें।
इसके अलावा नशा मुक्ति अभियान के तहत चलाई जा रही गतिविधियों को पोर्टल पर अपलोड भी अवश्य करवाएं। वे मंगलवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। वीडियो कॉफ्रेंस में उपायुक्त पार्थ गुप्ता, पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा, सहायक आयुक्त (प्रशिक्षणाधीन) यशजालुका, डीएमसी किरण सिंह, एसडीएम सिरसा राजेंद्र कुमार, एसडीएम ऐलनाबाद डा. वेद बेनीवाल, एसडीएम डबवाली अभय सिंह, एसडीएम कालांवाली सुरेश, डीडीपीओ राजेश कुमार, सीएमओ महेंद्र भादू सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने मुख्य सचिव संजीव कौशल को वीडियो कॉफ्रेंस में बताया कि नशा मुक्ति सिरसा अभियान के तहत जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा नशा मानसिक स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति कार्यक्रम के अंर्तगत जिला के चिन्हित गांवों में नि:शुल्क जांच व उपचार शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। (Curb on Drugs) इन कैंपों में अबतक कुल 81 नशे से ग्रस्त रोगियों की काउंसलिंग, चिकित्सा जांच की गई तथा उन्हें नि:शुल्क दवाइयां भी वितरित की गई। वीडियो काफ्रेंस के उपरांत उपायुक्त ने नार्को समन्वय केंद्र के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक की में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि नेहरू युवा केंद्र, युवा क्लब, सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग सक्रिय रूप से युवाओं को नशे की लत से बचाने का कार्य करें। इस बुराई के प्रति जितनी अधिक जागरुकता फैलाई जाएगी, उतना ही इस पर नियंत्रण संभव होगा। उन्होंने बताया कि इन शिविरों में आने वाले नशे से पीडि़त व्यक्तियों की काउंसलिंग करें और उन्हें नशा न करने के लिए प्रेरित करें।
इसके साथ-साथ प्रचार प्रसार के माध्यम से आमजन को जागरूक करें कि नशा एक बीमारी है और इसका उपचार संभव है, इसलिए नशा पीडि़तों को प्रशासन द्वारा चलाई जा रही नशा मुक्ति मुहिम के साथ जोड़ते हुए उन्हें शिविर में लेकर आएं। (Curb on Drugs) उपायुक्त ने बताया कि आगामी 13 जुलाई से 18 जुलाई तक जिला में विभिन्न 16 स्थानों पर नि:शुल्क जांच एवं उपचार शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसी प्रकार जिला में अवैध रूप से अगर कहीं पर नशे संबंधी कोई गतिविधि मिलती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। स्वास्थ्य विभाग कैमिस्ट की दुकानों की भी नियमित रूप से चेकिंग करे तथा प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर नजर रखे।
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इसके अलावा नशे के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली दवाओं की बिक्री व उनकी उपलब्धता पर नजर रखी जाए। अगर सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्यवाही करेंगे तो निश्चित रूप से नशे से संबंधित दवाओं की अवैध बिक्री व नशे के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली सामग्री के इस्तेमाल को रोकना संभव होगा। मादक पदार्थों की तस्करी पर भी पुलिस विभाग कड़ी निगरानी रखे।
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि 13 जुलाई को गांव चक्कां, कुम्हारिया, अहमदपुर, 14 जुलाई को गांव भारूखेड़ा, जोधपुरिया, पनिहारी, 15 जुलाई को गांव भीवां, रविदास नगर, दड़बी, 17 जुलाई को पीर बस्ती, जोतांवाली, मुन्नांवाली, 18 जुलाई को जमाल, थिराज, चकजालु, शिव नगर आदि गांवों में कैंपों का आयोजन किया जाएगा। (Curb on Drugs) उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि यदि आपके आसपास जो भी व्यक्ति नशा करता है उन्हें इन शिविरों में पहुंचने के लिए प्रेरित करें ताकि वे इस बीमारी से ठीक हो सके। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति नशा छोडऩे के लिए आगे आना चाहता है, वह इन कैंपों में पहुंचकर अपना इलाज कराएं। इलाज कराने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी तथा उसका इलाज निशुल्क होगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के टेस्ट व दवाइयां शामिल हैं।