सिरसा। (सतीश बंसल) डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही परम पिता शाह सतनाम जी महाराज के 65वें गुरुगद्दीनशीनी दिवस (Diwas) रविवार को देश-दुनिया में एमएसजी महा रहमोकर्म दिवस (Diwas) के रूप में बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने उत्तर प्रदेश के बरनावा स्थित एमएसजी डेरा सच्चा सौदा व मानवता भलाई केंद्र शाह सतनाम जी डेरा से आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से रूहानी सत्संग फरमाया। इस अवसर पर पूज्य गुरु जी ने आॅनलाइन जुड़ी साध-संगत को एमएसजी महा रहमोकर्म दिवस भंडारे की बधाई दी। वहीं मानवता भलाई कार्यों को गति देते हुए आशियाना मुहिम के तहत साध-संगत द्वारा जरूरतमंद परिवारों को बनाकर दिए गए 17 मकानों की चाबियां पात्र परिवारों को सौंपी। वहीं शाह सतनाम जी रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडएशन की तरफ से 130 अति जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा का प्रबन्ध करते हुए उनकी आर्थिक सहायता की गई।
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इनमें 65 लड़के व 65 ही लड़कियां शामिल थी। इस दौरान देश-विदेश में 200 से अधिक जगहों पर पूज्य गुरु जी ने लाखों लोगों को बुराईयों से दूर करते हुए राम-नाम के साथ जोड़ा। सर्वप्रथम साध-संगत ने धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा बोलकर पूज्य गुरु जी को एमएसजी महारहमोकर्म दिवस (Diwas) के भंडारे की बधाई दी। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि 1960 में डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने परम पिता शाह सतनाम जी महाराज को डेरा सच्चा सौदा की बागडोर सौंपी। परम पिता जी ने लाखों लोगों को बुराईयों से दूर करते हुए राम-नाम से जोड़ा। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि परम पिता जी वचन किए थे कि हम थे, हम है और हम ही रहेंगे। साथ ही पूज्य गुरु जी ने धर्म क्या है के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने साध संगत द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। इस अवसर पर अनेक जगह के गणमान्यजन ऑनलाइन पूज्य गुरु जी से मुखातिब हुए और नशा मुक्त समाज के लिए चलाए जा रही डैप्थ मुहिम की सराहना की और अभियान में डेरा सच्चा सौदा का साथ देने की बात कहीं।
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