सिरसा, 27 अप्रैल। (सतीश बंसल) सीटीएम अजय सिंह की अध्यक्षता में वीरवार को (workshop) लघु सचिवालय के सभागार में कुपोषण एवं खून की कमी से संबंधित समेकित नीति निर्धारण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में हरियाणा स्वर्ण जयंती वित्तीय प्रबंधन संस्थान द्वारा जिलाधिकारियों को कुपोषण व खून की कमी से संबंधित विषय बारे जागरूक किया गया।
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कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीटीएम अजय सिंह ने कहा कि कुपोषण एक वैश्विक स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है जिसके अंतर्गत अंडर न्यूट्रिशन, ओवर वेट, मोटापा व पोषण संबंधित विभिन्न बीमारियां सम्मिलित है। लोगों में लौह तत्व की कमी से होने वाले एनीमिया की बीमारी भी आम पाई जा रही है। (workshop) उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं व बच्चों में कुपोषण व खून की कमी की समस्या को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, विकास एवं पंचायत विभागों के माध्यम से अलग-अलग योजनाएं चलाई जा रही है।
इसके बावजूद इस दिशा में लक्ष्य के अनुरूप परिणाम नहीं आए हैं। इन योजनाओं की कार्यप्रणाली को एकीकृत कर आपसी तालमेल से कार्य करना होगा, तभी इसमें सफलता मिल सकती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा स्वर्ण जयंती संस्थान की वित्तीय प्रबंधन की इकाई द्वारा प्रदेश में कुपोषण व एनीमिया को दूर करने के लिए एकीकृत नीति बनाई गई है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए इसकी एक टीम जिला में आई हुई है।
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कार्यशाला को संबोधित करते हुए हरियाणा स्वर्ण जयंती वित्तीय प्रबंधन संस्थान की राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीरू ने बताया कि संस्थान द्वारा विभिन्न जिलों में जो सर्वे किया गया है उससे यह नतीजे सामने आए है कि सभी विभाग अपने कार्यक्रमों को अपने स्तर पर अलग-अलग चला रहे हैं (workshop) जबकि इनका उद्देश्य एक ही है। यदि एक उद्देश्य को लेकर सभी संस्थानों की कार्य प्रणाली को एकीकृत किया जाता है तो कार्यक्रम के लक्ष्य आसानी से पूरा किया जा सकता है। कार्यशाला में जिला शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश मेहरा, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. बुधराम सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।