नई दिल्ली। पील-ऑफ फेस मास्क: आजकल बाज़ार में स्किन प्रोडक्ट्स, ट्रीटमेंट और न जाने क्या-क्या उपलब्ध हो गया है। इनमें से ज़्यादातर चीज़ों का इस्तेमाल त्वचा पर ज़िंदगी भर के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। इन्ही में से एक पॉपुलर प्रोडक्ट है पील-ऑफ मास्क, जो दावा करता है त्वचा में निखार लाने और ब्लैकहेड्स/वाइटहेड्स से छुटकारा दिलाने का। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके इस्तेमाल के कई नुकसान भी हैं?
पील-ऑफ मास्क के फायदे और नुकसान
पील-ऑफ मास्क का चयन आपको समझदारी से करना चाहिए, ताकि आपकी त्वचा को नुकसान न पहुंचे। इनमें से ज़्यादातर प्रोडक्ट्स पॉपुलर इसलिए हो जाते हैं, क्योंकि इनके निर्माताओं का दावा होता है कि उनका प्रोडक्ट स्किन की गहराई तक जाकर गंदगी, अतिरिक्त तेल, बंद पोर्स और डेड स्किन सेल्स से छुटकारा दिलाता है। हालांकि, इन्हें खरीदते वक्त आपके इसके कंटेन्ट को पढ़ना चाहिए और ऐसे प्रोडक्ट्स लेने चाहिए जिनमें हानिकारक चीज़ें शामिल न हों।
स्किन को साफ करने और डेड सेल्स, गंदगी, वाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स को दूर करने के लिए ऑर्गैनिक और केमिकल-फ्री प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। ताकि त्वचा को सिर्फ फायदे पहुंचें।
साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आप इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ज़्यादा न करें। जल्दी-जल्दी उपयोग से आपकी त्वचा खुर्दुरी बन सकती है। इसके अलावा आपकी त्वचा के नैचुरल लचीलापन को भी नुकसान पहुंचेगा और झुर्रियों का कारण बनेगा। पील-ऑफ मास्क कई बार दर्द, रैशेज़ और एलर्जी का कारण भी बनते हैं।
अगर आप एक्ने या पिंपल्स से जूझ रहे हैं, तो पील-ऑफ मास्क की वजह से यह देर से ठीक होंगे। साथ ही अगर आपकी स्किन नाज़ुक है, तो इनका इस्तेमाल न करें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।