कल 12 मार्च को भारत को बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के रूप (Bengaluru-Mysore Expressway) में एक नया एक्सप्रेसवे मिलने वाला है। जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 12 मार्च को उद्घाटन किया जाएगा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेंगलुरू-मैसूर एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से पहले ही JD (S) (Janata Dal (Secular) ने एक अभियान शुरू किया है जिसमें उन्होंने दावा किया कि यह पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा का एक ड्रीम प्रोजेक्ट था।
आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री मोदी रविवार को बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे साथ ही मांड्या जिले में रोड शो और मेगा जनसभा को भी संबोधित करेंगे। जिले को वोक्कालिगा गढ़ माना जाता है और JD (S) इस क्षेत्र से अपनी ताकत प्राप्त करता रहा है। वहीं, राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा क्षेत्र के वोट बैंक को साधने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी हैं।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मांड्या का दौरा किया था और इस संबंध में अमित शाह द्वारा पार्टी नेताओं के साथ कई बैठकें भी की गई थीं। (Bengaluru-Mysore Expressway) JD (S) ने कर्नाटक के समाचार पत्रों में पूरे पृष्ठ का विज्ञापन जारी किया है जिसमें दावा किया गया है कि बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे देवेगौड़ा का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
बेंगलुरू-मैसूर एक्सप्रेसवे मार्ग इतना ज्यादा खराब था कि 1983 में बिदादी के पास एक बस दुर्घटना के समय तमिलनाडु में 23 छात्रों की मौत हो गई थी। वह सभी छात्र एकेडमिक टूर पर थे ,लेकिन बस दुर्घटना में 23 छात्रों की मौत हो गई और यह हादसा उस वक्त हुआ जब बस मुड़ रही थी। तब PWD व सिंचाई मंत्री देवेगौड़ा ने फोर लेन सड़क बनवाई थी।
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JD (S) ने यह दावा किया कि, बाद में, उन्होंने बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के लिए रणनीतिक विकल्प अध्ययन करने के लिए विशेषज्ञ संस्थान नियुक्त किया। (Bengaluru-Mysore Expressway) देवे गोवा ने 1991 में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में बेंगलुरु-मैसूर इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरिडोर के लिए काम शुरू किया। जिसके बाद अब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कल बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे को उट्घाटन किया जाएगा|