PNB बैंकों के द्वारा कर्ज दरों में बढ़त का सिलसिला लगातार जारी है. आज पंजाब नेशनल बैंक ने अपने रेपो से संबंधित कर्ज दरों (repo-linked lending rates) में बढ़ोतरी की जानकारी दी. दरों में बढ़ोतरी की जानकारी देते हुए पीएनबी (PNB) के एमडी अतुल कुमार गोयल ने कहा कि बैंक अगले महीने से रेपो-लिंक्ड उधार दरों में वृद्धि करेगा. इसके साथ ही उन्होने कहा कि आने वाले समय में ब्याज दरों में बढ़ोतरी तय है. बैंक के द्वारा दरों में बढ़ोतरी रिजर्व बैंक (RBI) के द्वारा रेपो दरों में 40 बेस अंक की बढ़त के बाद की गई है. पीएनबी से पहले आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक भी कर्ज दरें बढ़ा चुके हैं.
कितनी बढ़ेगी कर्ज की दरें
गोयल ने जानकारी दी कि रेपो दरों में 0.4 प्रतिशत की बढ़त के साथ बैंक की नीतियों के अनुसार ही पहली जून से कर्ज दरों में इतनी ही बढ़त की जाएगी ऐसे में आने वाले समय में कर्ज दरें महंगी होंगी. वहीं बैंक की वेबसाइट के मुताबिक रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट्स 6.9 प्रतिशत होंगी जो कि नए ग्राहकों के लिए पहली जून से लागू होंगी. इससे पहले बैंक ने सावधि जमा की दरों में 0.6 प्रतिशत की बढ़त भी की है. इससे पहले कई और बैंकों ने भी अपनी कर्ज दरों को बढ़ाया है. इसमें आईसीआईसीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, यूनियन बैंक और बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं.
कैसे रहे बैंक के नतीजे
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का मार्च, 2022 में समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही का एकल शुद्ध लाभ 66 प्रतिशत घटकर 202 करोड़ रुपये रह गया. हालांकि, तिमाही के दौरान बैंक की गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटी हैं लेकिन प्रावधान ऊंचा रहने से उसके मुनाफे में कमी आई है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 586 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने बुधवार को कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल एकल आय 21,095 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले समान अवधि में 21,386 करोड़ रुपये थी. पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक का एकल शुद्ध लाभ बढ़कर 3,456.96 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2020-21 में 2,021.62 करोड़ रुपये था. मार्च, 2022 तक बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां घटकर 11.78 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले 14.12 प्रतिशत पर थीं. बैंक का शुद्ध एनपीए भी 5.73 प्रतिशत से घटकर 4.8 प्रतिशत रह गया. चौथी तिमाही में बैंक का डूबे कर्ज और आकस्मिक खर्च के लिए प्रावधान 3,540.32 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,851.47 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. बैंक के निदेशक मंडल ने 2021-22 के लिए दो रुपये के अंकित मूल्य के शेयर पर 64 पैसे प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है.