Chirag Yojana – पूर्व सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता डा. सुशील इंदौरा ने चिराग योजना के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने पर वर्तमान सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। जारी बयान में पूर्व सांसद ने कहा कि प्रदेश सरकार लाखों गरीब परिवारों से शिक्षा का अधिकार छीनना चाहती है। सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 1 अपै्रल से शुरू हो चुका है, लेकिन सरकार अभी तक 8वीं तक मुफ्त शिक्षा का प्रावधान होने के बावजूद आज तक किताबें नहीं पहुंच पाई हैं।
ये भी पड़े– Government द्वारा सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से ना करने व गेहूं की दामी कम करने काविरोध
शिक्षा नियम की धारा 134ए को खत्म करने वाली भाजपा सरकार अपने दावों के विपरीत आज तक चिराग योजना के तहत भी निजी स्कूलों में दाखिले नहीं करवा पाई है, जिसके चलते गरीब परिवार अपने बच्चों के भविष्य को लेकर सांसत में हंै। पूर्व सांसद ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कांग्रेस सरकार की ही देन है। हर घर तक, हर बच्चे तक शिक्षा की अलख जगे, इसी उद्देश्य से पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की सरकार ने पूरे देश में इसे लागू किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने एजुकेशन रूल 134ए को खत्म कर दिया और चिराग योजना लेकर आ गए, जोकि लोगों की समझ से परे है। डा. इंदौरा ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा गरीबों परिवारों के बच्चों को शिक्षा से वंचित रखने की है।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
इसी कारण से सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार नहीं किया जा रहा। पूर्व सांसद ने कहा कि अगर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा तो जनता को प्राइवेट स्कूलों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अगर चाहे तो एक दिन में ही चिराग योजना (Chirag Yojana) के तहत बच्चों के दाखिले करवा सकती है, लेकिन जानबूझकर सरकार ऐसा नहीं करना चाहती। उन्होंने सरकार से सीधे तौर पर सवाल किया कि जब चिराग योजना के तहत दाखिले नहीं करवा सकती तो इस योजना को बंद कर देना चाहिए।