केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी (Pralhad Joshi) ने बीते रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी की बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस जब भी चुनाव हारती है संस्थानों को ‘दोष’ देती है। राहुल गांधी ने दावा किया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा ने देश में सभी संस्थानों पर ‘कब्जा’ कर लिया है।
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राहुल गांधी को गंभीरता से लेने की नहीं है जरूरत
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘आप सभी राहुल गांधी को गंभीरता से क्यों लेते हैं, उनकी किसी भी बात को गंभीरता से लेने की कोई ज़रूरत नहीं हैं| सभी संस्थान अच्छे से काम कर रहे हैं, अगर नहीं (Pralhad Joshi) तो हम (भाजपा) हिमाचल प्रदेश में कैसे हार गए। जब वे (कांग्रेस) हारते हैं तो वे संस्थानों (चुनाव आयोग) को दोष देते हैं।’ वह राहुल के इन आरोपों को जवाब दे रहे थे कि आरएसएस और भाजपा ने देश के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है और संविधान केवल नाम के लिए मौजूद है।
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संस्थानों पर कब्जा करना कांग्रेस की संस्कृति- जुगल ठाकोर
भाजपा के राज्यसभा सदस्य जुगल ठाकोर लोखंडवाला ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी के लिए उनपर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि संस्थानों पर कब्जा करना कांग्रेस की संस्कृति है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास में विश्वास करती है। ठाकोर ने कहा, राहुल गांधी को जानकारी नहीं है कि आरएसएस क्या है और भाजपा क्या है। उन्हें पता होना चाहिए (Pralhad Joshi) कि किसने आपातकाल लगाया। संस्थानों पर कब्जा करने की नीति कांग्रेस की रही है और उन्हें अपने इतिहास पर गौर करना चाहिए।
प्रल्हाद जोशी का कहना यह भी हैं की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की नीति हैं संस्थानों पर कब्ज़ा करना और कई सालो से वह ये करते भी आ रहे हैं|