देहरादून : राष्ट्रपति पद के लिए राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) 11 जुलाई को देहरादून में भाजपा विधायकों से भेंट करेंगी। भाजपा उनके दौरे की तैयारियों में जुट गई है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने बताया कि मुर्मू के दौरे के मद्देनजर गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक में द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया गया।
मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों के साथ बैठक करेंगी द्रौपदी मुर्मू
कुलदीप कुमार ने बताया कि राजग की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू 11 जुलाई को सुबह 10 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचेंगी और यहां से सीधे मुख्यमंत्री आवास जाएंगी। मुख्यमंत्री आवास पर वह विधायकों के साथ बैठक करेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami), प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक (Madan kaushik) व अन्य प्रदेश पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। बैठक के तत्काल बाद वह नई दिल्ली रवाना हो जाएंगी।
स्पीकर ऋतु खंडूड़ी से महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने की भेंट
उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल (Kusum Kandwal) ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण (Ritu Khanduri Bhushan) से उनके यमुना कालोनी स्थित आवास पर भेंट की। इस अवसर पर दोनों के बीच राज्य में महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाए जा रहे कदमों एवं अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने प्रथम महिला विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी को विधानसभा सत्र की कार्यवाही सुचारू संचालित करने पर शुभकामना दी। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने को विभिन्न योजनाओं पर वार्ता करते हुए सुझाव भी साझा किए।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को आराधना जौहरी ने भेंट की पुस्तक
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से राजभवन में गुरुवार को पूर्व आइएएस अधिकारी आराधना जौहरी ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को स्वलिखित पुस्तक ‘बियोंड द मिस्ट्री वील: टेंपल टेल्स आफ उत्तराखंड’ भेंट की। पुस्तक में उन्होंने उत्तराखंड के अद्वितीय मंदिरों एवं उनके इतिहास के बारे में लिखा है। राज्यपाल ने पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है। देवभूमि के मंदिरों के बारे में विस्तार से लिखना और उनकी जानकारी व्यक्तियों तक पहुंचाना सराहनीय पहल है। पुस्तक में उत्तराखंड के लगभग प्रत्येक मंदिर की विस्तृत जानकारी दी गई है। प्रत्येक उत्तराखंडी को इसे पढऩा चाहिए। इससे अपने आत्म मूल्य के साथ उत्तराखंड की धरोहर, इतिहास और संस्कृति के बारे में जानने का अवसर मिलेगा।